उप संचालक कृषि ने किया गौ आधारित प्राकृतिक खेती का अवलोकन

छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड परासिया के ग्राम कुंडालीखुर्द के कृषक श्री केवल प्रसाद चंद्रवंशी द्वारा विगत 2 वर्षो से गौ आधारित प्राकृतिक खेती की जा रही है। उप संचालक कृषि श्री जितेन्द्र कुमार सिंह ने गत दिवस कृषक के खेत पर पहुंचकर गौ आधारित प्राकृतिक खेती और प्राकृतिक पध्दति से उत्पादित फसलों का अवलोकन किया। इस दौरान कृषक श्री चंद्रवंशी ने जानकारी दी कि उनके पास लगभग 16 एकड़ खेती है, जिसमें से विगत वर्ष लगभग 2.5 एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक पध्दति से 1.5 एकड मे मिर्च एवं एक एकड में करेला फसल लगाई गई थी। जिससे उन्होंने 12 से 13 लाख रूपये तक की कुल फसल बाजार में बेची। फलस्वरूप उत्साहित होकर कृषक श्री चंद्रवंशी द्वारा इस वर्ष 2 एकड़ में मिर्च, 3 एकड में टमाटर एवं एक एकड़ में करेला तथा गिलकी लगाई गई है, इस प्रकार कुल 6 एकड में प्राकृतिक खेती की जा रही है।
उप संचालक कृषि श्री सिंह ने बताया कि कृषक द्वारा प्राकृतिक खेती पध्दति के सभी घटकों जैसे जीवामृत, घन जीवामृत, ब्रम्हास्त्र, नीम अस्त्र, अग्नि अस्त्र आदि की यूनिट अपने प्रक्षेत्र में लगाई गई है। साथ ही कृषक द्वारा खेत में 5 वर्मीकम्पोस्ट यूनिट का निर्माण भी किया गया है। जिसके निरंतर उपयोग से कृषक की भूमि का स्वास्थ्य सुधार हुआ है एवं मृदा में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा मे वृध्दि हुई है। कृषक श्री केवल प्रसाद चंद्रवंशी के पास 6 देशी गाय हैं, जिससे वे पूरे 6 एकड़ में प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। उन्होंने पशु चारे के लिये प्राकृतिक पध्दति से नेपियर उत्पादन एवं एजोला यूनिट का निर्माण भी किया है। कृषक खेत में कीट और बीमारियों से बचाव के लिए स्वयं द्वारा निर्मित अचूक अस्त्र दवा का निरंतर छिडकाव करते हैं। साथ ही कीटो को रोकने के लिए प्रकाश प्रपंच, येलो स्टिकी ट्रेप के साथ-साथ रक्षक फसल के रूप में खेत के चारों ओर गेंदे की फसल भी लगाई है। कृषक श्री केवल प्रसाद चंद्रवंशी की सफलता को देखते हुए क्षेत्र के आसपास के लगभग 7 से 8 कृषकों ने इस वर्ष अपने खेत में प्राकृतिक खेती करना प्रारंभ किया है। उप संचालक कृषि श्री सिंह द्वारा किसान के इन प्रयासों की सराहना की गई एवं कृषकों को प्राकृतिक खेती से संबंधित तकनीकी जानकारी भी दी गई। भ्रमण के दौरान उप संचालक कृषि के साथ अनुविभागीय कृषि अधिकारी परासिया श्री प्रमोद सिंह उट्टी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री विनायक नागदावने, बी.टी.एम.आत्मा श्री अमित बघेल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री के.आर.मस्तकार सहित कंपनी नुन्हेम्स के प्रतिनिधि श्री विजय शहाने, श्री विपिन सहारे एवं लगभग 150 कृषक उपस्थित थे।