भगवा ध्वज लगाकर हिंदू नव वर्ष की शुरुआत करें : राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार

छतरपुर । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में संस्कृति विभाग द्वारा विक्रमोत्सव 2025 अंतर्गत जिला स्तर पर सूर्य उपासना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छतरपुर जिले में वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री श्री दिलीप अहिरवार के मुख्य आतिथ्य में शहर के ऑडिटोरियम में रविवार 30 मार्च को सूर्य उपासना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस दौरान अतिथि के रूप में छतरपुर विधायक श्रीमती ललिता यादव, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती ज्योति चौरसिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। प्रशासनिक अधिकारियों में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती तपस्या परिहार, एसडीएम श्री अखिल राठौर, सीएमओ सुश्री माधुरी शर्मा सहित अन्य अधिकारी, गणमान्य नागरिक एवं आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीपप्रज्जवल के साथ किया गया। इस अवसर पर संस्कृति विभाग एवं म.प्र. नाट्य विद्यालय भोपाल द्वारा चयनित दल द्वारा सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित नाट्य मंचन किया गया। साथ ही कार्यक्रम में भारत पर्व का नववर्ष विक्रम संवत् पुस्तिका का अतिथियों एवं आमजन को वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री श्री अहिरवार द्वारा ब्रम्हध्वज स्थापित किया गया। साथ ही प्रदेशवासियों को हिन्दू नव वर्ष की शुभकामनाएं दी। राज्यमंत्री श्री अहिरवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है आज हमारा हिंदू नव वर्ष प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बधाई देते हुए कहा कि संपूर्ण मध्यप्रदेश में विक्रमोत्सव, और सूर्य उपासना का कार्यक्रम हुआ है। साथ ही हिंदू नव वर्ष, गुड़ी पड़वा का महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने कहा आज का दिन चैत्र नवरात्रि का महत्वपूर्ण पर्व है। उन्होंने कहा शहर में रामनवमी पर विशाल शोभायात्रा निकलती है जिससे पूरा शहर राममय हो जाता है। राज्यमंत्री ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि घर घर भगवा ध्वज लगाकर हिंदू नव वर्ष की शुरुआत करें।
विधायक श्रीमती यादव ने कहा कि आज चैत्र नवरात्रि का पहला दिन है गुड़ी पड़वा है, हिंदू नव वर्ष प्रारंभ हो रहा है। जिसके लिए जिले एवं प्रदेशवासियों को बधाई देती हूं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा प्रदेश में विक्रम उत्सव का एक बहुत अच्छा कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को बताना होगा कि नया वर्ष 1 जनवरी नहीं, नया वर्ष गुड़ी पड़वा, चैत्र नवरात्रि से शुरू होता है।