मंडला l नारायणगंज प्रवास के दौरान कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना ने ग्राम देवरीकला बबलिया में श्यामलाल के खेत जाकर श्रीअन्न रागी की फसल का अवलोकन किया। उन्होंने संबंधित कृषक से रागी की फसल के लिए आवश्यक मिट्टी, प्रशिक्षण, लागत, मार्केटिंग तथा मुनाफे आदि के संबंध में जानकारी ली। श्यामलाल ने बताया कि फसल रोपा पद्धति से एक एकड़ खेत में लगाई गई है जिसमें प्राकृतिक खाद जैसे जीवामृत, बीजाअमृत, दसपर्णी, नीमास्त आदि बनाकर रागी फसल पर प्रयोग किया जा रहा है। रागी फसल में कम लागत में ज्यादा मुनाफा है, इसमें अन्य फसलों के मुकाबले रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों को प्रयोग नहीं करना पड़ता है। एक एकड़ रकबे में 4 कि.ग्रा. रागी का बीज लगता है। कृषक द्वारा 10 गुणा 10 फिट की लंबाई चौड़ाई की नर्सरी में 2 कि.ग्रा. बीज डाला गया, जिसकी एक एकड़ एरिया में रोपाई की गई, जिसमें पौधे एवं कतार की दूरी 30 गुणा 10 सेंटीमीटर रखी गई जिससे रागी का उत्पादन एक एकड़ में 8 से 10 क्विंटल तक प्राप्त होता है। श्यामलाल ने बताया कि इस बार रागी फसल का जो उत्पादन प्राप्त होगा उसका बीज बनाकर ज्यादा से ज्यादा किसानों को फसल लगाने हेतु प्रेरित करेंगे। इस दौरान परियोजना संचालक आत्मा आरडी जाटव सहित संबंधित उपस्थित रहे।