कृषि के साथ साथ उघानिकीय व दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में अपार संभावनाएं
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विदिशा कलेक्टर श्री रौशन कुमार सिंह ने कृषि आदान कार्यों की समीक्षा के उपरांत कहा कि विदिशा जिला कृषि खासकर सरबती गेहूं के उत्पादन क्षेत्र में ख्याति अर्जित करता है। जिले में उद्यानिकी और दुग्ध उत्पादन क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। जिले से निजी कंपनियों द्वारा दूध क्रय किया जा रहा है। इस क्षेत्र में और बढ़ावा देने पर उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसान किसी भी प्रकार से ठगी के शिकार ना हो पाएं पर विशेष नजर रखी जाए के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि परम्परागत कृषि की जगह उद्यानिकी फसलों की और अधिक रुझान बढ़े ताकि किसानों को हर रोज आमदनी हो। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए प्रति हेक्टेयर लागत कम और मुनाफा बढ़ाने के लिए उन्नत बीज, हाईब्रिड पौधे लगाने होंगे, ताकि साल में दो से तीन बार उत्पादन ले सकें।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में खाद का पर्याप्त भंडारण समितियों एवं डबल लॉक में किया गया है। उन्होंने इसमें किसी भी प्रकार की हेराफेरी ना हो इसके लिए सतत् निरीक्षण करने के निर्देश संबंधितों को दिए हैं।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले के जो किसान राज्य व राज्य के बाहर जाकर प्रशिक्षित होकर आते हैं। उनके द्वारा नवाचारों का अपने खेतों में प्रयोग किया जाए ताकि अन्य कृषक उत्पादन देख कर अभिप्रेरित हो सकें।
कलेक्टर श्री सिंह द्वारा बुधवार की सायंकाल कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार में आयोजित इस बैठक में किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के उप संचालक श्री केएस खपाडिया ने खरीफ फसलों के आच्छादन के तहत फसल वार रकबा की जानकारी देते हुए गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान का रकबा बढ़ने की जानकारी देते हुए अन्य फसलों एवं रबी फसलों के लिए पूर्व तैयारियां पर गहन प्रकाश डाला है। जिसमें मुख्य रूप से खाद बीज, फसल बीमा सहित अन्य बिंदुओं से अवगत कराया है। इसी प्रकार पशु-चिकित्सक सेवाएं विभाग के उप संचालक डॉ एन के शुक्ला ने भी जानकारी से अवगत कराया।