हरीश मिश्र

    वर्तमान में जीते हुए भविष्य के बारे में जानना और सफलता प्राप्त करने की प्रबल इच्छा का समाधान किसी विधा में मिलता है- तो वह है ज्योतिष !

    करोड़ों लोगों को ज्योतिष पर विश्वास है। उन्हें इस बात पर विश्वास है कि ज्योतिषाचार्य समय-चक्र को वर्तमान से आगे जाकर ग्रह नक्षत्रों की काल गणना कर देख सकते हैं और भविष्यवाणी करते हैं।

   ज्योतिष किसी के लिए विश्वास तो किसी के लिए अंधविश्वास है। करोड़ों लोग हैं जो ज्योतिष को विज्ञान मानते हैं, वहीं कुछ महज शिगूफा और अंधविश्वास ।

    किसी व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र की वर्तमान स्थिति, ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति का सूक्ष्म अध्ययन और अनुसंधान के आधार पर भविष्यवाणी ज्योतिष के माध्यम से की जा सकती है। 

  
    सोशल मीडिया पर साझा की गई सामग्री में से कुछ मित्रों की सामग्री अपनी और आकर्षित करती है। *वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा जी ने 11 मार्च 20 को एक सामग्री शेयर करते हुए लिखा "...यह इंदौर के एक अखबार की कतरन है। जो सवा साल पुरानी है । इसमें ज्योतिषाचार्य पं अरविंद तिवारी ने साफ लिखा है कि कमलनाथ सरकार पर कब संकट आएगा ?*

    पंडित तिवारी ने कमलनाथ सरकार की शपथ विधि के समय आधार पर ग्रह-नक्षत्रों की काल गणना कर लिखा था। "....मंगलवार, दिनांक 18 दिसम्बर 2018, दिन में 2:30 बजे शपथ विधि समारोह की कुंडली के विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि सरकार का गठन चर लग्न में हुआ है। 

    राज्येश शनि, सूर्य के साथ गुरू की राशि में है। राज्य स्थान पर अस्थिरता कारक केतु उपस्थित है। जिस पर राहु की पूर्ण दृष्टि है। स्वय लग्नेश मंगल भी शत्रु क्षेत्री है। इस विवेचना से स्पष्ट होता है कि सरकार में पूर्ण अस्थिरता 
रहेगी तथा स्वयं सत्तापक्ष के 
सदस्य ही सरकार के विरोध में खड़े होंगे। असंतुष्टों की संख्या अधिक होगी। सरकार अपने वचन पत्र के बिंदुओं के पालन में असफल होगी। इसके कारण विरोधी सक्रिय होंगे तथा असंतुष्टता एवं असफलता ही सरकार के पतन का कारण होगा। 15 नवंबर 2019 से 15 मार्च 2020 के मध्य सरकार की अस्थिरता और अधिक होगी तथा पतन के कगार पर भी होगी। भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई..."

   *9 मार्च 20 से कमलनाथ सरकार अस्थिर हुई, सत्ता पक्ष के ज्योतिरादित्य सिंधिया  विरोध में खड़े हुए। असंतुष्टों की संख्या भी अधिक रही। विरोधी भाजपा सक्रिय हुई ।  असंतुष्ट विधायक बेंगलुरु पहुंचे और कमलनाथ सरकार का पतन हो गया।*

   रमेश तिवारी की सोशल मीडिया पर साझा सामग्री के बाद  ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद तिवारी जी से से परिचय हुआ। पिछले दो वर्षों  उनकी ग्रह नक्षत्रों के आधार पर की जा रहीं राजनैतिक , सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरण के संबंधित भविष्यवाणियां देख रहा हूं। जो सच साबित हो रही हैं ।

    उन्होंने 1 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर लिखा *"...भारत और पाकिस्तान के बीच 14 अक्टूबर को एक दिवसीय मैच खेला जाएगा जिसमें भारत-पाकिस्तान को हरा देगा..."* कल जब भारत पाकिस्तान का मैच चल रहा था। तब मेरे मस्तिष्क में भी दो मैच चल रहे थे। पहला मैच का परिणाम क्या होगा ? दूसरा पंडित तिवारी जी की भविष्यवाणी का क्या होगा ? पकिस्तान के प्रारंभिक खिलाड़ी मजबूती के साथ खेल रहे थे। अचानक  पाकिस्तान की टोली भारतीय गेंदबाजों के सामने लड़खड़ाई, सिराज के बाद कुलदीप और बुमराह ने बरपाया कहर और भारत की ऐतिहासिक जीत हुई। जीत के साथ ही पंडित तिवारी जी की भविष्यवाणी सच साबित हुई।

 तब मुझे लगा विज्ञान के इस युग में समस्याओं के समाधान के लिए लोग ज्योतिषाचार्यों के पास क्यों जाते हैं और उनके सुझाए गए तरीकों से समाधान पाते हैं।  जिन्हें ज्योतिष पर भरोसा है उनके अनुसार ज्योतिष से  भविष्य को जाना जा सकता है बल्कि पूजा-पाठ और अन्य उपायों से ग्रहों की शांति कर भाग्य बदला जा सकता है।

लेखक ( स्वतंत्र पत्रकार हैं)