कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप हेतु एक आईडिया बेहतर भविष्य का

सिवनी l उपसंचालक कृषि श्री मोरिश नाथ ने जानकारी देकर बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र सिवनी एवं जवाहर-राबी आरकेवीवाई-रफ्तार कृषि-व्यवसाय इनक्यूबेटर कृषि-व्यवसाय प्रबंधन संस्थान, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में स्टार्टअप और उद्यमिता विषय पर प्रशिक्षण का आयोजन दर्पण सभागार में किया गया। इस दौरान कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप हेतु एक्सपर्ट के रूप में श्रीमती लवीना शर्मा एवं श्री दीपांशु पटेल द्वारा स्टार्टअप क्या होते हैं, कृषि क्षेत्र में कौन-कौन से स्टार्टअप किए जा सकते हैं एक आईडिया आपकी बेहतर भविष्य एवं रोजगार प्रदान करने में साथी आपकी पहचान बनाने में किस तरीके से कार्य कर सकता है इस विषय पर बिंदु बार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से विस्तार से जानकारी प्रदान की गई, आपके द्वारा बताया गया कि भारत सरकार के माध्यम से विभिन्न प्रकार की कृषि क्षेत्र मे स्टार्टअप योजनाओं हेतु वित्तीय सहयोग प्रदान किया जाता है इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. शेखर सिंह बघेल द्वारा कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप हेतु नवाचार के माध्यम से वित्तीय योजनाओं का लाभ लेकर भविष्य सवारने हेतु एक बेहतर रोजगार निर्माण में यह प्रशिक्षण मील का पत्थर साबित होगा आपने बताया कि एक इन्नोवेटिव आईडिया स्वयं को रोजगार देने के साथ ही अन्य लोगों को रोजगार प्रदान करने के साथ हीं प्रमुख भूमिका निभा सकता है आपकी कल्पना एवं विचार नए-नए स्टार्टअप को तैयार करने हेतु यह प्रशिक्षण ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से प्रदान किया गया इस दौरान किसान कल्याण एवं कृषि विभाग के संचालक श्री मोरिस नाथ एवं सहायक संचालक कृषि श्री प्रफुल्ल घोडेश्वर की उपस्थिति रही श्री मोरिस नाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपकी अपनी जो भी रूचि है जो अच्छा लगता है उसे कर के व्यावसायिक रूप प्रदान करने की दिशा में आगे बढना चाहिए एवं कृषि के क्षेत्र में जो आपको बेहतर भविष्य एवं रोजगार प्रदान करें ऐसे आईडिया को आगे बढना चाहिए और भविष्य निर्माण में आगे बढना चाहिए। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. के के देशमुख ने जैविक खेती, प्रकृतिक खेती एवं जैविक उत्पाद के क्षेत्र में स्टार्टअप हेतु महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की साथी उद्यान विज्ञान के विशेषज्ञ डॉ. एन. के. सिंह ने एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत सीताफल के विभिन्न उत्पाद एवं हॉर्टिकल्चर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के नवाचार को किस तरीके से स्टार्टअप के रूप में कार्य किया जा सकता है इस विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह ठाकुर, इंजीनियर कुमार सोनी, खाद्य वैज्ञानिक डॉ. जी के राणा द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई