यह है उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की मूल वजह

नई दिल्ली । राजनीतिक गलियारों में अब यह है चर्चा तेज हो चली है कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ कहीं दूसरे सत्यपाल मलिक ना बन जाएं । सरकार के पास कुछ ऐसी फाइलें हैं जो जगदीप धनखड़ से जुड़ी हुई हैं और हो सकता है आने वाले महीनों में वो फाइलें खुल जाए।
चर्चा है कि जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति बनने के एक साल बाद से अपने कार्यालय और संसद टीवी में रिश्तेदारों की भर्ती शुरू की, जिसमें उन पर गंभीर आरोप भी लगे। सूत्रों की माने तो धनखड़ और सरकार के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी कैंस की भारत यात्रा के दौरान भी धनखड़ ने खुद को भी उपराष्ट्रपति बताते हुए वैंस से उच्च-स्तरीय बैठक करने की इच्छा जताई थी l धनखड़ उस वक्त इस जिद पर अड़े थे कि मैं उपराष्ट्रपति हूं और जेडी वेंस मेरे समकक्ष हैं तो मैं उनसे मिलूंगा।
चर्चा तो यहां तक भी है कि धनखड़ चाहते थे कि मंत्रियों के कार्यालय में जैसे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की फोटो होती है। उनकी भी फोटो लगाई जाए। इसके अलावा धनखड़ ने अपने काफिले में मर्सिडीज बेंज कारों को शामिल करने की इच्छा जताई थी l सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि यदि पूर्व उपराष्ट्रपति इस्तीफा नहीं देते तो उन्हें हटाया जा सकता था लेकिन उन्होंने इस्तीफा देना इसलिए उचित समझा ताकि पद से हटाने के बाद जो सुविधा मिलती है वह मिलती रहें l