हरदा / कृषि विज्ञान केन्द्र हरदा के वैज्ञानिक निरंतर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण कर सोयाबीन फसल का निरीक्षण कर रहे है। निरीक्षण के दौरान सोयाबीन फसल मे तंबाकू की इल्ली, चने की इल्ली, गर्डल बीटल और सेमिलूपर इल्ली का प्रकोप देखा गया है। कृषि विज्ञान केन्द्र प्रमुख डॉ. संध्या मूरे ने सोयाबीन उत्पादक किसानो को सलाह दी है कि फसलों की सतत निगरानी करते रहे। उन्होने किसानों को सलाह दी है कि सोयाबीन फसल पर ब्रॉफ्लानिलीडि 300 एससी 17 एमएल प्रति एकड़ अथवा टेट्रानिलिप्रोल 18.18 एससी 120 मिली लीटर प्रति एकड़ अथवा बीटासायाफ्लूथ्रीन 8.49$ इमिडाक्लोपरिड 19.81 प्रति 140 मिली लीटर प्रति एकड़ अथवा केवल तंबाकू की इल्ली के लिए स्पीनो टोरम 11.7 एससी 180 मिली प्रति एकड़ की दर से कीटनाशी छिड़काव कर सकते हैं।