कटनी- प्रदेश के कई जिलों के साथ साथ कटनी जिले में भी गत 19 मार्च को हुई अत्यधिक बारिश एवम् ओलावृष्टि के कारण फसलों को हुए संभावित नुकसान का आंकलन करने के लिए कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा सर्वे दल गठित किया गया है। जिसमें राजस्व विभाग, कृषि विभाग, पंचायत और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों को शामिल किया गया है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने सर्वे दल को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिले के अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से प्रभावित गांवों का दौरा कर फसलों को हुई क्षति का वास्तविक आंकलन कर रिपोर्ट तैयार करें जिससे आगामी कार्यवाही की जा सके। उन्होंने सर्वे दल को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सर्वे में किसी भी वास्तविक पात्र किसान का नाम छूटने न पाए और अपात्र का नाम न जुड़ने पाए।प्रभावित फसलों का मुआयना करने खिरवा पहुंचे कलेक्टर  मंगलवार की सुबह कलेक्टर श्री प्रसाद ओलावृष्टि प्रभावित ग्राम खिरवा पहुंचे, जहां उन्होंने स्वयं खेतों में जाकर प्रभावित किसानों की फसलों का मुआयना किया और किसानों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनसे जानकारी ली। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन द्वारा राहत की हर संभव कोशिश की जा रही है।सर्वे के लिए ली बैठक   मंगलवार की शाम कलेक्टर सभागार में कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा वृष्टि और ओला वृष्टि से प्रभावित फसलों के सर्वे से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक ली गई। जिसमें राजस्व और कृषि विभाग का अमला मौजूद रहा। एसडीएम प्रिया चंद्रावत, भू अभिलेख अधीक्षक एम एल तिवारी, कृषि अधिकारी, जनपद पंचायत कटनी सीईओ सहित राजस्व निरीक्षकों और पटवारियों की मौजूदगी रही। बैठक में सर्वे से संबंधित मानकों पर चर्चा कर दिशा निर्देश दिए गए। कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि हर हाल में सर्वे तीन दिन में कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। सभी एसडीएम भी फील्ड पर रहें। कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि वे स्वयं भी प्रभावित गांवों का निरीक्षण करेंगे। उन्होंने सर्वे दल को स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी पात्र किसान सर्वे में न छूटे और न ही किसी अपात्र को लाभ मिले। उल्लेखित मानकों का पालन कर सर्वे किया जाए। पंचनामा तैयार करने में किसी भी प्रकार का विलंब न हो। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि फसलों की क्षति का वास्तविक आंकलन हो।