नवाचार अंतर्गत औषधीय फसल चिया का फसल कटाई कार्यक्रम संपन्न

जबलपुर जिले के विकासखंड पाटन के ग्राम मादा में नवाचार फसल प्रदर्शन अंतर्गत औषधीय फसल चिया की फसल कटाई कार्यक्रम आज कृषि अधिकारियों की देखरेख में किसानों के समक्ष सम्पन्न हुआ। ग्राम मादा में औषधीय फसल चिया का प्रदर्शन पाँच किसानों के खेतों में किया गया। फसल कटाई कार्यक्रम के दौरान परियोजना संचालक आत्मा डा एस के निगम, उप संचालक कृषि रवि आम्रवंशी ,अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डा. इन्दिरा त्रिपाठी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पाटन श्रीकांत यादव,कृषि विकास अधिकारी आर के परोहा, विकासखंड तकनीकी प्रबंधक आत्मा पुष्पेंद्र गौतम एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी जे पी त्रिपाठी तथा कृषक कैलाश यादव, राजेश यादव एवं अन्य कृषकों की उपस्थित थे। परियोजना संचालक आत्मा डॉ एस के निगम के मुताबिक इस वर्ष पाटन विकासखंड में पाँच किसानों के यहाँ पाँच एकड़ क्षेत्र में चिया फसल का प्रदर्शन किया गया है। गत वर्ष भी पाटन विकासखंड में इतने ही किसानों के खेतों में चिया का प्रदर्शन कराया गया था और प्रति एकड़ चार से पाँच क्विंटल उपज प्राप्त हुई थी। किसानों को बाजार में इसकी कीमत 18 हजार 500 रूपये प्रति क्विंटल प्राप्त हुई थी। डॉ निगम ने बताया कि इस वर्ष भी बाजार में चिया फसल की कीमत 18 हजार से 26 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक प्राप्त होने का अनुमान है । उन्होंने बताया कि बाजार में मिल रही अच्छी कीमत को देखते हुये ग्राम मादा के और भी किसानो ने चिया की खेती करने की इच्छा व्यक्त की है। परियोजना संचालक आत्मा के अनुसार चिया की खेती हेतु प्रति एकड़ 5 किलो ग्राम बीज की आवश्यकता होती है। फसल 90 से 120 दिन में पक कर तैयार हो जाती है और प्रति एकड़ 4 से 5 क्विंटल उत्पादन प्राप्त होता है। चिया की फसल में ओमेगा-3 एसिड होने के फलस्वरूप यह हृदय के लिए फायदेमंद होता है । साथ ही साथ इसमें विटामिन की भी अधिकता रहती है । मधुमेह और वजन घटाने में भी यह कारगर होती है।