कृषि विज्ञान केन्द्र शाजापुर में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों का दो दिवसीय अतः सेवाकालीन प्रशिक्षण का आयोजन 05 एवं 06 सितंबर 2024 को किया गया। जिसमें जिले के 30 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में डॉ.जी.आर. अम्बावतियाप्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ.एस.एस. धाकडडॉ. गायत्री वर्माडॉ. मुकेश सिंहडॉ. डीके तिवारीश्री रत्नेष विश्वकर्माकृ. निकिता नंदश्री गंगाराम राठौर  उपस्थिति थे।

    तकनीकी सत्र में डॉ. अम्बावतिया ने खरीफ में फसल विविधीकरण एवं औषधीय फसलें की उन्नत तकनीकी की जानकारी दी। साथ ही खरीफ फसलो के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान की। डॉ. धाकड़ ने खरीफ मौसम प्रयोग होने वाले उन्नत कुषि यंत्रभूमि एवं जल संरक्षण के उपायो के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ. वर्मा ने मशरूम उत्पादन तकनीकमोटे अनाज का महत्व एवं प्रसंस्करण पर प्रकाश डाला एवं अपने भोजन में इन्हे शामिल करने की सलाह दी। डॉ. तिवारी ने प्राकृतिक खेती के महत्व एवं उपयोगिताखरीफ फसलों के प्रमुख किस्मेंसोयाबीन उत्पादन तकनीक पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। श्री विश्वकर्मा द्वारा कृषि में सूचना तकनीकी का महत्व एवं प्रभाव के साथकृषको के लिए उपयोगी विभिन्न एप एवं वेबसाइटो के साथ सायबर सुरक्षा बिषय पर तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।

     कार्यक्रम के संयोजक डॉ. सिंह ने खरीफ फसलों एकीकृत कीट प्रबंधन के साथ खरीफ प्याज उत्पादन तकनीक की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कृषि विस्तार के विभिन्न सिंद्धांतो की उपयोगिताक्षेत्र में उपयोग करने एवं व्यवहारिक उपयोग की सलाह दी। कार्यक्रम के अन्त में डॉ. गायत्री वर्मा रावल द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।