सागर l मौसम विभाग के पूर्वानुमान अनुसार अगले 24 घण्टे तक मौसम मे कोई विशेष परिवर्तन नहीं। अगले 72 घण्टे बाद मध्यप्रदेश में अन्य जिलों सहित सागर जिले में भी कही-कही वर्षा या गरज के  साथ.साथ बौछारे एवं बज्रपात झंझावात की संभावना बताई गई है।

वर्तमान में किसान भाईयो की रबी फसल चना, मसूर एवं सरसों पक कर तैयार है तथा अधिकांश काटई भी कर ली गई है। गेहू फसल की कटाई अभी शुरुआती अवस्था मे है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उससे एक द्रोणिका भी संबद्ध है।

उत्तर-पूर्वी राजस्थान एवं उससे लगे हरियाणा पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात है। इस चक्रवात से लेकर मराठवाड़ा तक एक द्रोणिका बनी हुई है।

जिले के उपसंचालक कृषि श्री राजेश त्रिपाठी एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने कृषकों को सलाह दी है कि 19 मार्च 2025 से होने वाली वर्षा की गतिविधियों को देखते हुए खेतों में चल रही कटाई गतिविधियों को तीन दिनों के भीतर पूरा कर ले एवं कटाई की गई फसलों को तिरपाल आदि से ढक कर सुरक्षित रूप से संग्रहित करें। यदि अभी तक खेतों में खड़ी फसलों की कटाई की गतिविधियां शुरू नहीं हुई है तो उन्हें एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दें। मसूर चना सरसों की थ्रेशिंग की हुई फसल के दानों या बीज को अच्छी तरह सुखाकर उसका भंडारण करें।वर्षा बज्रपात झंझावत एवं हवा चलने की स्थिति में किसान भाई घर के अंदर रहे घर की खिड़कियां एवं दरवाजे बंद रखें जानवरों को सुरक्षित स्थान पर रखें तथा रात के समय पशुओं को बाहर ना छोड़े।