धार l उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास ने बताया कि जिले में अधिकांश किसान 15 मई से कपास फसल की बुआई प्रारंभ कर देते हैं। वर्तमान में जिले के निमाड़ क्षेत्र में तापमान 35-40 डिग्री हैं एवं गर्म हवाएं चल रहीं है। ऐसी स्थिति में कपास बीज का अंकुरण एवं पौधों की बढवार पर विपरीत प्रभाव पड सकता है। उन्होंने बताया कि किसान भाई कपास की बुआई 25 से 30 मई या तापमान कम होने पर ही बुआई करें, कपास की बुआई जल्दी करने पर पिंक बालवर्म के प्रकोप होने की संभावना अधिक रहती हैं। जिले में कपास बीज विभिन्न कम्पनीयो के निजी विक्रेताओं के पास उपलब्ध है। साथ ही बीज की आपूर्ति भी विभिन्न बीज निर्माता कम्पनी के माध्यम से निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि किसानो को बीज उपलब्धता सुलभता से करवाने हेतु निजी बीज विक्रेता की दुकान पर संबंधित क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी की डयुटी लगाई गई है। जिसकी निगरानी मे कपास बीज विक्रय किया जायेगा। साथ ही किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त एवं निर्धारित कीमत पर ही जिलें के पंजीकृत निजी विक्रेताओं से पक्के बिल पर जिसमें बीज की किस्म, कम्पनी का नाम, बेच नम्बर, लॉट नम्बर, बीज उत्पादन तिथि, अंतिम तिथि, दर, मात्रा, इत्यादि अंकित हो इस प्रक्रिया के तहत बीज खरीदने की अपील की जा रही हैं। शासन द्वारा बीज-1 कपास बीज 635 रूपए प्रति पैकेट (475 ग्राम) एवं बीजी-2 कपास बीज 864 रूपए प्रति पैकेट (475 ग्राम) कीमत निर्धारित की गई हैं। उन्होंने बताया कि जिले में कोई भी बीज विक्रेता निर्धारित कीमत से अधिक कीमत पर कपास बीज विक्रय या नकली बीज विक्रय करता पाया जाता है, तो बीज नियंत्रण आदेष एवं बीज अधिनियम के तहत् कार्यवाही की जावेगी। जिले के विकास खण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय निरीक्षण दल द्वारा भी कपास बीज विक्रय की सतत् निगरानी रखी जा रही हैं।