फसलों में कीट व्याधि व बिमारी लगने की शिकायत पर अधिकारियों ने किया निरीक्षण
धार l उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने ज्ञानसिंह मोहनिया बताया कि विगत 15 से 20 दिनों से जिले में रूक-रूक कर वर्षा का दौर जारी है। इससे फसलों में कीट व्याधि व बिमारी लगने की शिकायत मिलने के फलस्वरूप जिला निगरानी दल द्वारा शिकायती क्षेत्र में भ्रमण किया गया। जिसमें बदनावर के ग्राम भैंसोला, चंदवालीखेडा, छायन, बखतगढ़, कोद, बिडवाल, कडोदकला का भ्रमण कर फसलों का निरीक्षण किया गया। इसी के मद्देनजर भारत सरकार के रिमोट सेंसिंग संस्थान के द्वारा यंत्र के माध्यम से भी बदनावर क्षेत्र के प्रभावित फसलो तथा स्वस्थ फसलों का डाटा संधारित किया गया। जिले में फसलों पर सतत् निगरानी हेतु भारत सरकार के केन्द्रीय एकीकृत् नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र सस्थान इन्दौर से सहायक फसल संरक्षण अधिकारी डॉ. हेमन्त आर्य द्वारा भी गत दिवस उक्त क्षेत्र में भ्रमण कर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विकासखण्ड धार के ग्राम गुणावद, नौंगांव व लबरावदा का भ्रमण करते हुए विकासखण्ड सरदारपुर के ग्राम संदला, लवरिया, राजोद, नन्दलाई, निपावली, कचनारिया तथा बदनावर विकासखण्ड के सरदारपुर से लगे हुए ग्राम धारसीखेडा में भी सोयाबीन फसल का निरीक्षण किया गया। अगले दिन विकासखण्ड सरदारपुर के ग्राम अमझेरा के बाद विकासखण्ड गंधवानी के ग्राम जीराबाद व विकासखण्ड मनावर के ग्राम मनावर, विकासखण्ड उमरबन के ग्राम झिर्वी तथा विकासखण्ड धरमपुरी के ग्राम निम्बोला का भ्रमण किया वहां की फसल की स्थिति ठीक थी। इस दौरान उन्होंने ग्राम राजोद व नंदलाई के कृषकों को डॉ. आर्य द्वारा सलाह दी गई की अंतवर्तिय फसल लगायें एवं समय पर दवाई का स्प्रे करने के साथ वायरस से प्रभावित पौधों को निकालकर जमीन में गाड दें। प्रारंभिक अवस्था में सफेद मक्खी व तना छेदक मक्खी के लिये थायोमेथोक्जोम 12. प्रतिशतः+लेमडा सायहेलोथ्रिन 9.5 प्रतिशत का 125 मिली. एवं प्रति हेक्ट. या बीटासायफ्लोथ्रीन 8.49 प्रतिशत + इमिडाक्लोप्रिड 19.81 प्रतिशत का 350 मिली. प्रति हेक्ट., तथा तम्बाकु की इल्ली के नियंत्रण लिये इमामेक्टिन बैंजोएट 01.90 (425 मि.ली. प्रति.हेक्ट.) का छिड़काव करे। षिकायती क्षेत्र एवं जिले का भ्रमण उप संचालक कृषि श्री मोहनिया के निर्देशन में किया गया। टीम में सहायक फसल संरक्षण अधिकारी इन्दौर, डॉ. हेमन्त आर्य एवं सहायक संचालक कृषि श्री टी. सी. छावनियां तथा क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित थे।