बुरहानपुर जिले में केला फसल ’’एक जिला एक उत्पाद’’ अंतर्गत शामिल हैं। केले के उत्पादों को वृहद मार्केट उपलब्ध कराने एवं प्रोत्साहित करने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत् हैं। केले के तने से रेशा निकालने के बाद बचे पदार्थ (वेस्टेज) से खाद तैयार किया जायें, जिसका उपयोग खेतीबाड़ी में किया जा सकें। यह बात आज कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने ग्राम बोहरडा में स्थित मोहना संगम प्रशिक्षण भवन के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने निर्देशित किया कि, बार बास्केट में फिनिशिंग लायी जाये, तैयार उत्पादों पर कोड नंबर डाले जाए, उत्पादों को कलेक्ट्रेट कार्यालय, एम.पी.टी ताप्ती रिट्रीट एवं जिला पंचायत कार्यालय में डिस्प्ले करें। निर्धारित लक्ष्य अनुसार कार्य किया जाये। विदित है कि, म.प्र.डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूह की महिलाओं को मशीन की सहायता से केले के तने से रेशे निकालने की प्रक्रिया एवं रेशे से विभिन्न प्रकार के उत्पादों को तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री मित्तल ने समूह की दीदीयों द्वारा तैयार किये गये उत्पादों को देखकर प्रशंसा की। उन्होंने प्रशिक्षण भवन में की जा रही सम्पूर्ण प्रक्रिया का सूक्ष्मता के साथ अवलोकन भी किया। निरीक्षण के दौरान जिला परियोजना प्रबंधक एन.आर.एल.एम. श्रीमति संतमति खलखो सहित संबंधित अधिकारी एवं समूह की महिलायें उपस्थित रही।