रतलाम /  उप संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास श्रीमती नीलम सिंह चौहान ने बताया कि खरीफ मौसम की फसल बोवाई को लेकर कृषि विभाग ने किसानो को सलाह जारी की है कि वर्षा के आगमन पश्चात सोयाबीन की बोवनी के लिये मध्य जून से जुलाई के प्रथम सप्ताह का उपयुक्त समय है। नियमित मानसून के पश्चात लगभग चार से पांच इंच वर्षा होने के बाद किसान अपने खेतो में बोवाई करें। मानसून पूर्व वर्षा के आधार पर बोवनी करने से सूखे का लम्बा अंतराल रहने पर फसल को नुकसान हो सकता है। किसान के पास स्वयं का उपलब्ध बीज का अंकुरण कर परीक्षण कर लें और कंम से कम 70 प्रतिशत अंकुरण क्षमता वाला बीज ही बोवाई के लिये रखें। यदि किसान बाहर कहीं ओर से उन्नत बीज लाते है तो विश्वसनीय, विश्वासपात्र संस्था,संस्थान से बीज खरीदें।