हरदा / दहलन विकास निदेशालय भारत सरकार, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग भोपाल द्वारा खरीफ फसलों के लिये जून माह हेतु किसानों के लिये सलाह जारी की गई है। उपसंचालक कृषि श्री संजय यादव ने बताया कि सोयाबीन फसल के लिये किसान भाई क्षेत्र के अनुसार उपयुक्त किस्मे जैसे, आरवीएसएम-1135, जेएस-2098, जेएस-2172, आरवीएस-24, एनआरसी-138, एनआरसी-152  इत्यादि का चयन कर, बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करें। बुआई के पूर्व बीजोपचार अवश्य करें। सबसे पहले फफूंदनाशी थायरम+कार्बेन्डाजिम (2ः1) 3 ग्राम प्रति किग्रा तथा उसके बाद पीला मोजेक रोग की रोकथाम के लिये कीटनाशक थायोमिथाक्सम 30 एफ.एस. 10 मि.ली. प्रति किग्रा बीज या इमिडाक्लोप्रिड 48 एफ.एस. 1.2 मि.ली. प्रति किग्रा बीज) तथा अंत में कल्चर राइजोबियम 5-7 ग्रा. प्रति किग्रा एवं पी.सी.बी. 5-7 ग्रा. प्रति किग्रा बीज से उपचारित करे। मक्का फसल के लिये खरीफ में मक्का की बुआई जून के अंतिम सप्ताह से जूलाई के प्रथम पखवाड़े तक मानसून की स्थिति के अनुसार करें। जिन स्थानों पर जल भराव की स्थिति रहती है, उन स्थानों पर फसल की मेड़ों पर बोया जाना चाहिए। सामान्यतः मक्का फसल को लाइन से लाइन की दूरी 60-75 से.मी. व पौधे से पौधे की दूरी 20-25 से.मी. रखना चाहिए। स्वीट कार्न के साथ अरहर 2ः1 अंतर्वर्ती फसल लाभप्रद होती है। किसानों को मौसम आधारित विशेष सलाह दी गई है कि आवश्यक आदान जैसेः- उर्वरक, खरपतवार नाशक, फफूंदनाशक, कीटनाशक, आदि का क्रय कर उपलब्धता सुनिश्चित करें। किसान भाई डी.ए.पी. उर्वरक के स्थान पर एन.पी.के. 12ः32ः16 का प्रयोग करें।