सीहोर जिले में कई गांवों के किसानों ने सोयाबीन के कम भाव को लेकर खेतों में खड़े होकर अनोखा प्रदर्शन किया। किसानों ने सोयाबीन के खेतों में खड़े होकर कहा कि आज सोयाबीन का जो भाव है, वह आठ साल पुराना है। इस भाव में किसान सोयाबीन बेचेंगे तो खेती लाभ का धंधा कैसे बनेगा। कम भाव में सोयाबीन विक्रय से किसान कर्जे के दलदल में जा रहा है। सोयाबीन में इस समय कीट प्रकोप लगा हुआ है। अनेक किसानों की सोयाबीन की फसल बांझ हो गई है। वहीं, अनेक किसानों की फसल कीट प्रकोप के कारण खराब हो रही है। इसके चलते किसान खेतों से सोयाबीन काटकर फेंकने पर मजबूर हो रहे हैं। इसी तरह अनेक किसानों में सोयाबीन के खेतों में ट्रैक्टर चला दिए हैं। इसके कारण किसान पहले से ही परेशान हैं। किसानों का कहना है कि सोयाबीन के भाव की कीमत इतनी कम होने के कारण लागत भी नहीं निकल पाएगी, उल्टे किसान घाटे के कारण उधारी के दलदल में फंस जाएगा।