नरसिंहपुर l देवारण्य योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड नई दिल्ली द्वारा स्वीकृत परियोजना के अंतर्गत कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले के निर्देशन में व जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुरत्ना सिंह के मार्गदर्शन में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रशिक्षण हॉल में दो दिवसीय 6 एवं 7 फरवरी को कृषकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में अश्वगंधा, तुलसी एवं शतावरी की कृषि, संग्रह एवं विपणन आदि की जानकारी दी गई। यह प्रशिक्षण आयुष विभाग नरसिंहपुर के तत्वावधान में आयोजित किया गया।

      प्रशिक्षण में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों द्वारा वर्तमान में औषधीय पौधों की तकनीकी खेती, माँग एवं मार्केटिंग आदि विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जिला आयुष अधिकारी डॉ. सुरत्ना सिंह चौहान ने औषधीय पौधों की खेती के महत्व एवं आयुष विभाग की देवराण्य योजना के बारे में जानकारी दी। डॉ. आशुतोष शर्मा, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ. निधि वर्मा, डॉ. एसआर शर्मा, डॉ. योगेश राघव व डॉ. सुभाष नागवंशी ने अश्वगंधा, शतावरी एवं तुलसी आदि औषधीय पौधों की कटाई ग्रेडिंग, संग्रह, भंडारण, पैकेजिंग एवं बाजार की जानकारी दी।

      कृषकों को कृषि वैज्ञानिक केन्द्र परिसर में आवला, तुलसी काली हल्दी एवं सफेद मूसली की औषधीय खेती का भ्रमण कराया गया एवं इनकी विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में कृषकों ने अपने अनुभव भी साझा किये। किसानों ने अत्यंत उपयोगी औषधीय पौधों की खेती करने का संकल्प भी लिया। इस दौरान 35 किसानों ने अपना पंजीयन कराया था, जिन्हें प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एसआर शर्मा ने प्रकट किया।