भिंड l मध्यप्रदेश शासन आयुष विभाग द्वारा दिए गए निर्देशानुसार आयुष विभाग जिला भिण्ड के द्वारा देवारण्य योजना अन्तर्गत राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड से स्वीकृत परियोजना के तहत जिले के किसानों को परंपरागत खेती के साथ-साथ औषधीय पौधों की खेती के लिए प्रेरित करने हेतु शासन से चयनित किए गए औषधीय पौधे अश्वगंधा, तुलसी और शतावरी की खेती की कृषि तकनीकी संबंधी दो दिवसीय प्रशिक्षण सत्र दिनांक 30 एवं 31 जनवरी 2024 को भिण्ड जिले के कृषि विज्ञान केंद्र लहार में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों डॉ.एसपी सिंह (प्रमुख वैज्ञानिक एवं हेड कृषि विज्ञान केंद्र) डॉ.आर एस तोमर (वरिष्ठ वैज्ञानिक) डॉ.एन एस भदौरिया (वैज्ञानिक) के द्वारा दिया गया। इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी डॉ. नीलम कुशवाह भी उपस्थित रहीं, उन्होंने किसानों को देवारण्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यदि जिले के किसान कि इस योजना के तहत औषधि खेती करते हैं तो उन्हें शासन से सहयोग भी दिलवाया जाएगा एवं इसके द्वारा वह अपनी आर्थिक उन्नति भी करेंगे।प्रशिक्षण के दौरान किसानों ने काफी जिज्ञासा दिखाई और उनके सवालों के जवाब भी दिए गए।