खरगोन कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने 06 मार्च को जिले में कार्यरत एफपीओ के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर उनकी समस्याओं पर चर्चा की और उन्हें जिले के कृषि उत्पादन पर आधारित गतिविधियों को बढ़ाने कहा। जिससे जिले के किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो सके। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश सिंह, नाबार्ड के जिला प्रबंधक श्री विजेन्द्र पाटिल, उप संचालक कृषि श्री एसएस राजपूत, उप संचालक उद्यानिकी श्री केके गिरवाल, उप पंजीयक सहकारिता समिति श्री काशीराम अवास्या, अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री सुमेर सिंह सोलंकी एवं जिले में कार्यरत एफपीओ के पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक में दो एफपीओ के बीच बीज उत्पादन को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए।  

      बैठक में बताया गया कि वर्ष 2021-22 से लेकर अब तक जिले में 15 एफपीओ पंजीकृत है। इनके द्वारा कृषि उत्पादों पर आधारित गतिविधियां की जा रही है। बैठक में एफपीओ के प्रतिनिधियों से कहा गया कि वे जिले में कपास, मक्का, मिर्च एवं अन्य फसलों के बीज उत्पादन पर विशेष ध्यान दें। जिले में एकमात्र गोगावां के एफपीओ द्वारा कपास बीज का उत्पादन प्रारंभ किया गया है। जो कि जिले की आवश्यकता की तुलना में काफी कम है। जिले में कपास बीज उत्पादन के क्षेत्र में एफपीओ के लिए कार्य करने का अच्छा अवसर है। अधिक से अधिक एफपीओ मंडी लाइसेंस प्राप्त करें। जिसे वे भी किसानों की उपज क्रय करने में भागीदार बन सके।      

           कलेक्टर सुश्री मित्तल ने एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत मिर्च पर आधारित उद्यम स्थापना के लिए प्रयास करने कहा। उन्होंने इसके लिए आईपीएम मिर्च की टेस्टिंग एवं प्रोसेसिंग के लिए यूनिट स्थापना पर उद्यान विभाग को कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि 20 मार्च के बाद जिला स्तर पर वृहद स्तर कृषि मेला आयोजित किया जाना है। इस मेले में एफपीओ भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। बैठक में एफपीओ की क्रेडिट लिंकेज, मण्डी में कृषि उपज खरीदी तथा खाद की खरीदी में आने वाली समस्याओं को बताया गया।