देवास कृषि विज्ञान केन्द्र में सोयाबीन और दलहनी फसलों के बुवाई पद्धति के नवाचार के लिए उन्नतशील कृषकों, कृषि विभाग के मैदानी अमले एवं कृषि अभियांत्रिकी के मैदानी अमला को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र देवास के वैज्ञानिक, कृषि विभाग के अधिकारी एवं किसान उपस्थित थे।  

      कार्यशाला में कृषि यंत्री श्री अंशुल बारोड द्वारा बताया गया कि ब्राड बैड फरो (चैड़ी क्यारी व नाली पद्धति) सीड ड्रिल से बुवाई करने से फसल उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि होती है। इस पद्धति से बुवाई करने पर अतिवर्षा की स्थिति में जल निकास होता है और न्यूनतम वर्षा की स्थिति में नमी संरक्षण होता है। सामान्य सीड कम फर्टिलाइजर सीड ड्रिल में अलग से बीबीएफ अटैचमेंट लगाकर बीबीएफ सीड ड्रिल अटैचमेंट बनाया जा सकता है। इस अटैचमेंट की कीमत लगभग 5 से 6 हजार होती है। इस मशीन से कतार से कतार की दूरी एडजस्ट की जा सकती है। मशीन से बनी नालियों के माध्यम से सिंचाई की जा सकती है। कार्यशाला में सोयाबीन फसल की उन्नत तकनीक के बारे में डॉ. महेन्द्रसिंह वैज्ञानिक द्वारा जानकारी दी गई।