कृषि विज्ञान केन्द्र देवास द्वारा 35वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निदेशक अटारी जबलपुर डॉ. एस.आर.के. सिंह, निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. वाय.पी.सिंह, रा.वि.सिं.कृ.वि.वि, ग्वालियर के प्रतिनिधि डॉ. अखिलेश सिंह, प्रधान वैज्ञानिक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर डॉ. बुद्धेश्वर दुपारे, कृषि विज्ञान केंद्र उज्जैन से डॉ. ए.के.दीक्षित, शाजापुर से जी.आर. अम्बावतिया एवं इंदौर से डॉ एवं डॉ.डी.के. मिश्रा उपस्थित थे।

     बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. ए.के. बड़ाया ने कार्यक्रम की रूप रेखा एवं उद्देश्य के बारे में बताया। डॉ. के.एस. भार्गव, वरिष्ठ वैज्ञानिक द्वारा विगत 06 माह की आयोजित गतिविधियों का प्रगति प्रतिवेदन एवं आगामी 06 माह की प्रस्तावित कार्य योजना के बारे में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया।

     निदेशक डॉ. सिंह ने पिछले 05 से 10 साल में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जिले की फसलों में हस्तांतरित उन्नत तकनीकों के अडॉप्शन लेवल का आँकलन कर भविष्य की कार्य योजना तैयार करने एवं केंद्र द्वारा आय सृजन हेतु एक मॉडल तैयार करने का सुझाव दिया गया।

     निदेशक विस्तार सेवाएं रा.वि.सिं.कृ.वि.वि. ग्वालियर के प्रतिनिधि डॉ. सिंह ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने का सुझाव दिया। डॉ. दीक्षित ने फसलों में सूक्ष्म पोषक तत्वों को बढ़ावा देने के लिए प्रचार प्रसार व प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया।

बैठक में उप संचालक उद्यानिकी श्री पंकज शर्मा, कृषि विभाग से श्री विलास पाटिल, अतिरिक्त उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ. एस.के.गुरोन्दिया, मत्‍स्‍य निरीक्षक श्री एच.बी.मानकर, सचिव कृषि उपज मण्डी श्री शिवानंद दुबे,  बी.टी.एम. आत्मा श्री रोहित यादव, कृभको के श्री जयप्रकाश पाटीदार, वैज्ञानिक डॉ के एसभार्गव, डॉ महेंद्र सिंह, डॉ अरविन्दर कौर, श्रीमती नीरजा पटैल, श्री विनेश मुजालदा एवं श्री पवन कुमार राजपूत जिले के विभिन्न कृषक उत्पादन संगठन एवं गैर-शासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं प्रगतिशील कृषक व कृषक महिलाएं उपस्थित थी।