जघन्य हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन ..? पत्रकार, सरपंच या फिर पूर्व सरपंच ..?

मऊगंज में हुए विवाद का असली कारण दो महीने पहले हुआ एक सड़क हादसा है। इस हादसे में अशोक कुमार आदिवासी की मौत हो गई थी। आदिवासी परिवार का आरोप था कि अशोक की हत्या की गई, उन्होंने इसका आरोप सनी द्विवेदी पर लगाया था। लेकिन, पुलिस ने जांच के बाद सनी को क्लीनचिट दे दी। लेकिन, आदिवासी परिवार इससे संतुष्ट नहीं था। वह अशोक की मौत का जिम्मेदार सनी द्विवेदी को मान रहे थे। इसी के चलते शनिवार को आदिवासियों के एक जुट ने सनी द्विवेदी को बंधक बनाकर एक कमरे में बंद कर लिया। उसके साथ जमकर मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद पहुंची पुलिस पर भी हमले पर हमले हुए एक एएसआई की मौत हुई वहीं तहसीलदार समेत कई पुलिसकर्मी और पुलिस अफसर बुरी तरह से घायल है l जिनका इलाज चल रहा है इस घटनाक्रम के तीन मुख्य चेहरे सामने आए हैं सूत्रों की माने तो इन तीनों ने ही गांव में यह माहौल बनाया कि वह एक्सीडेंट नहीं हत्या थी इसको लेकर आदिवासी समाज जमकर नाराज था जो तीन लोग मास्टरमाइंड बताई जा रहे हैं उनमें एक गांव का ही सरपंच है, दूसरा पूर्व सरपंच है और तीसरा अल्पसंख्यक समुदाय का एक पत्रकार है क्योंकि अल्पसंख्यक समुदाय का वह पत्रकार सिस्टम के साथ काम करता था तो वह सिस्टम की खूबियां भी जानता था और खामियां भी l जो कि उसने आदिवासी समाज को समझाया कि यह एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्याकांड है वही पूर्व सरपंच और सरपंच ने भी इन बातों को ग्रामीणों के जेहन में बिठा दिया जिसके चलते इतना बड़ा हत्याकांड हुआ है हालांकि पुलिस की जांच के बाद ही तय होगा कि इस घटना का मास्टरमाइंड कौन है...? फिलहाल चर्चाओं की दौर जारी है जिनसे निकलकर यह बात सामने आई है l