नई दिल्ली । भाजपा एक बार फिर वही फार्मूला उपराष्ट्रपति के चुनाव में भी अपनाने जा रही है जो उसने राष्ट्रपति पद के चुनाव के समय अपनाया था । भाजपा ने राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू के नाम को आगे लाकर विपक्ष की वोटो तक में सेंध मार दी थी l कांग्रेस के आदिवासी विधायक तक राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करते नजर आए थे l भाजपा ने एक बार फिर वही दाव चला है ,दाव भी ऐसा है कि कांग्रेस तो कांग्रेस , राष्ट्रीय जनता दल की भी सिट्टी पिट्टी गुम हो जाएगी l सूत्रों की माने तो  अगला राष्ट्रपति बिहार से ही होने वाला है और उनका नाम आरिफ मोहम्मद खान है। वो वर्तमान में बिहार के राज्यपाल है। यह एक ऐसा नाम है जिसके ऊपर भाजपा से लेकर आरएएस तक सब सहमत हैं। वोटो के अंकगणित के हिसाब से भी वो सबसे मुफीद नाम साबित हो सकते हैं। संविधान की जानकारी आरिफ मोहम्मद खान को इस कदर है कि इनके मुकाबले संसद के अंदर बहुत कम ही लोग होंगे जो इनसे संविधान के अंदर बहस कर पाएंगे। इस नाम के आगे आते ही विपक्ष भी बट जाएगा । मुसलमानों में एक मैसेज भी चला जाएगा और भाजपा की एंटी मुस्लिम छवि बनाने की कोशिश करने वालो को भी जोर का झटका लगेगा। जिहाद, कट्टरपंथ के खिलाफ खुलकर बोलने वाले विद्वान और बहुत बड़े स्कॉलर का उपराष्ट्रपति बनना भाजपा के लिए सबसे उपयुक्त रहेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि इनके नाम पर मुहर लग गई है सिर्फ घोषणा की औपचारिकता भर शेष है l