इंदौर l एक्रोपोलिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीस एंड रिसर्च के बायोसाइंसेज विभाग (AIMSR) द्वारा इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) और खाद्य सुरक्षा प्रशासनइंदौर के सहयोग से वर्ल्ड फ़ूड डे 2024 के अवसर पर बुधवार को एक्रोपोलिस कॉलेज परिसरमांगलिया में मिलेट मेले का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छात्रोंशिक्षकों और व्यापक समुदाय के बीच मिलेट के पोषण और पर्यावरणीय लाभों के बारे में जानकारी प्रदान करना एवं मिलेट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता बढ़ाना था। मेले में स्टाल लगाकर विभिन्न मिलेट-आधारित उत्पादों और नवीन व्यंजनों को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर एआईएमएसआर के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. जयंतीलाल भंडारीनिदेशक डीबीए डॉ. अनंत ग्वालखाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री धर्मेन्द्र सोनीश्री अवशेष अग्रवालश्रीमती हिमाली सोनपाटकीश्री प्रभुलाल डोडियारप्रधान वैज्ञानिक भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई)वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डी.वी. भगतएआईएमएसआर के विभागाध्यक्ष आदि विशेष रूप से मौजूद थे।

            कार्यक्रम में डॉ. दिलीप वर्मा ने छात्रों को संतुलित आहार के महत्व पर जानकारी दी। जिसमें मिलेट के सेवन के पोषण संबंधी महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने  मिलेट अनाज को भोजन में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. जयंतीलाल भंडारी ने छात्रों को  विश्व खाद्य दिवस के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने इस महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम में भाग लेने के लिए छात्रों को बधाई दी और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मिलेट की भूमिका पर प्रकाश डाला।

            खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री धर्मेंद्र सोनी ने छात्रों को फोर्टिफाइड भोजन के महत्व के बारे में जानकारी दी और बताया कि यह पोषण संतुलन बनाए रखने में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने छात्रों को स्वस्थ भोजन विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया और इस लक्ष्य को प्राप्त करने में फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों की भूमिका पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त छात्रों ने अपने मिलेट आधारित उत्पादों को स्टालों के माध्यम से प्रदर्शन करते हुए उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के मिलेट-आधारित उत्पादों और व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया।खाद्य सुरक्षा प्रशासन इंदौर द्वारा मिलेट मेले में "ईट राइट चैलेंज फॉर डिस्ट्रिक्ट्स फेज IV" के तहत फूड फोर्टिफिकेशन जागरूकता सत्र का भी आयोजन किया गया। मेले में फूड फोर्टिफिकेशन स्टॉल लगाया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा फोर्टिफाईड भोजन से संबंधित जानकारी दी गई।  स्टॉल में फोर्टिफाइड फूड के पैकेट प्रदर्शित किए गए ताकि उपभोक्ताओं को फोर्टिफाइड फूड की पहचान पता चल सके। अधिकारियों द्वारा मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब (फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स) एवं मैजिक बॉक्स की सहायता से खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच के आसान घरेलू तरीकों से छात्र-छात्राओं को अवगत एवं प्रशिक्षित कराया गया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री रति त्रिवेदी एवं डॉ. प्रज्ञा गोयल द्वारा किया गया। समन्वयकों ने एआईएमएसआर के बायोसाइंसेज प्रमुख डॉ. प्रणोति बेलापुरकर के मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण में कार्य किया।