मिलेट्स (श्रीअन्न) उत्पादन को बढ़ावा देने कार्ययोजना बनाएँ
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भोपाल l सहकारिता, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने मार्कफेड कार्यालय, भोपाल में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ की समीक्षा बैठक की। समीक्षा में मंत्री श्री सारंग ने पॉवर पाइंट प्रजेन्टेशन का अवलोकन करते हुए विभागीय गतिविधियों की जानकारी ली एवं अधिकारियों को आगामी कार्ययोजना निर्माण के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मंत्री श्री सारंग ने प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना एवं मिलेट्स (श्रीअन्न) उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि सहकारिता विभाग से संबंधित सभी निर्माण कार्य अब आवास संघ के माध्यम से ही करवाये जायें। मंत्री श्री सारंग ने मार्केटिंग सोसाइटी एवं पैक्स में समन्वय को बेहतर करने के भी निर्देश दिये। बैठक में प्रबंध संचालक राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित श्री आलोक कुमार सिंह और सचिव श्री यतीश त्रिपाठी उपस्थित रहे।
को-ऑपरेटिव यूनिवर्सिटी के लिये बनाये कार्ययोजना
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि सहकारिता एक वृहद और विस्तृत क्षेत्र है। देश की आर्थिक उन्नति में इसका सबसे अहम योगदान है। इसके अध्ययन के लिये को-ऑपरेटिव यूनिवर्सिटी की कार्ययोजना बनाई जाये। उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी में सहकारिता से संबंधित कोर्स विद्यार्थियों के लिये उपलब्ध होंगे। इससे भविष्य में सहकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले विद्यार्थियों की स्किल में बढ़ोत्तरी होगी।
नये आयाम स्थापित करने पर करें काम
मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मार्कफेड अपने उत्पादों में वेल्यू एडिशन एवं कन्वर्जन को ध्यान में रखकर नये आयाम स्थापित करने पर कार्य करें। इससे लाभ में वृद्धि होने के साथ ही उपभोक्ताओं को भी सुविधा होगी।
आईएफएसएस से हो रही उर्वरक की रियल टाइम ट्रैकिंग
बैठक के दौरान मंत्री श्री सारंग के समक्ष आईएफएसएस ई-सप्लाई मॉडयूल के बारे में प्रेजेन्टेशन दिया गया। बताया गया कि उर्वरक वितरण प्रणाली को आधुनिक सूचना प्रौद्यागिकी तकनीक से जोडने के लिए शासन स्तर से विपणन संघ के आईएफएसएस (इंटीग्रेटेड फर्टीलाइजर स्टोरेज सॉफ्टवेयर) का विस्तार करते हुये उसमें नये ई-सप्लाई मॉड्यूल को विकसित किया गया है। इस ई-सप्लाई मॉड्यूल के माध्यम से रैक प्वाइंट से प्राथमिक सहकारी समिति तक खाद पहुंचने की केन्द्रीकृत ट्रेकिंग एवं मॉनीटरिंग हो रहीं है। खाद वितरण व्यवस्था अब पूर्णतः सुव्यवस्थित एवं पारदर्शी हो गई है। शीघ्र ही इसका मोबाइल एप्प भी लॉन्च किया जायेगा।