(कैम्प) श्योपुर। मध्यप्रदेश के चंबल इलाके की विजयपुर विधानसभा का उपचुनाव  जोर पकड़ता जा रहा है इस विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को मतदान होना है। इस चुनाव को जीतने के लिए भाजपा कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। पूरी विधानसभा में जहा भाजपा ने अपनी चुनावी शतरंज बिछा दी है तो प्रदेश सरकार के मंत्री और पार्टी के कद्दावर नेता राकेश शुक्ला ने चुनावी चौसर के बीच जनता के मन में "राम" के लिए कमल खिलाने और सामाजिक समरसता के साथ प्रचार का "अनूठा तरीका" तैयार किया है।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के गांवो में उनकी आध्यात्मिक सत्संग के साथ लोगों के साथ जीमने की न्योता पद्धति मतदाताओं के मनों में कमल के प्रति लगाव बढ़ा रही है। तो शहरी क्षेत्र विजयपुर में ठेले पर "चाय की चुस्कियां" चुनावी माहौल में चर्चा का विषय बनी हुई है।
मंत्री राकेश शुक्ला बीते 7 दिनों में चार दर्जन से ज्यादा आदिवासी गांवो में जनमानस के बीच "कमल की पैठ" बनाने में महती भूमिका अदा कर रहे हैं तो वही शहरी क्षेत्र के युवा तपके के बीच कमल को सिरमौर करके भाजपा के राम की जीत के लिए जी जान से जुटे हुए हैं।
विजयपुर कस्बे में "चाय की चुस्कियो" के बीच शिव से चर्चा की तो शिवकुमार यादव कहते हैं कि हम तो बाजार में गांव से खरीददारी करने आए थे। ऐसे में चाय के ठेले पर हम पहुंचे। तो हमें चाय की तलब पर चाय का आर्डर दिया। तभी पीछे से कंधे पर एक हाथ आता है और मीठी आवाज में स्वर गूंजता है "भैया चाय हमारे साथ भी पी लो"। हमने पलट कर देखा तो कुर्ते पजामे के ऊपर जैकेट पहने, भाजपा का गमछा डालें जिस व्यक्ति की आवाज थी। हमने उनसे पूछा आप क्यों चाय पिला रहे तो उन्होंने जवाब दिया हम आपके ही बीच के हैं, इसी इलाके के हैं। आप हमारे भाई हो, तो हमें आपके साथ चाय पीना है। हमसे भी रहा नहीं गया तो हम ने पूछ लिया आप कौन है? तो उन्होंने बड़ी सादगी के साथ जवाब दिया मैं राकेश शुक्ला हूं। सरकार में  मंत्री हूं। मुझे लगा ही नहीं कि कोई मंत्री मुझे इस तरीके से चाय का निमंत्रण देगा। मुझे अच्छा लगा।
यादव यह भी बताते हैं कि चुनावी माहौल में तो प्रचार -प्रसार होता है। लोग आते हैं, जाते हैं लेकिन इतनी सादगी पूर्ण तरीके से मंत्री को जनता के बीच देखकर अच्छा लग रहा है। वोट तो हम किसको देंगे? यह तो गुप्त मतदान है। लेकिन मंत्री जी की बातों से हमें लगा कि हमारे बीच का कोई व्यक्ति ही हमारी पूछ परख सालों बाद कर रहा है।