फसल उत्पादन में मिट्टी परीक्षण एवं पोषक तत्वों का महत्व
बुरहानपुर l किसान कल्याण तथ कृषि विकास विभाग उपसंचालक श्री एम.एस.देवके ने जानकारी देते हुए बताया कि, मंगलवार को ग्राम ताजनापुर में किसान चौपाल का आयोजन किया गया। जिसमें कृषकों को कपास एवं सोयाबीन फसल में पोषक तत्वों का महत्व बताते हुए मिट्टी परीक्षण हेतु जागरूक किया गया। किसानों को बताया गया कि, मिट्टी परीक्षण परिणाम के आधार पर कपास में काकडे का भार एवं अच्छी गुणवत्ता की रूई प्राप्त करने के लिये कपास बीज की बुआई के समय एन.पी.के. के साथ ही सल्फर, जिंक सल्फेट, मैग्निशियम सल्फेट, बोरान एवं फेरस सल्फेट का उपयोग किया जाये। वहीं मक्का फसल में जिंक सल्फेट 10 कि.ग्रा. एक एकड में उपयोग करें तथा सोयाबीन फसल में केवल एन.पी.के. खाद के साथ ही सल्फर का उपयोग करने हेतु सलाह दी गई। मिट्टी परीक्षण के आधार पर इन पोषक तत्वों की उचित मात्रा का उपयोग करने की बात कही गई। किसान चौपाल के दौरान कृषकगणों के खेतो से मृदा के नमूने एकत्रित किये गये साथ ही सोयाबीन की नवीन किस्मों आर.वी.एस.एम. 2011-35 एवं एन.आर.सी-138, के.डी.एस.-726 आदि के संबंध में जानकारी दी गई तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिको द्वारा मिट्टी परीक्षण हेतु प्रत्यक्ष में मृदा नमूना एकत्रीकरण की विधि भी बतलाई गई।