झाबुआ l किसान श्री दलसिंह खपेड द्वारा स्वयं प्राकृतिक खेती में उपयोग होने वाले बीजोपचार के लिए बीजामृत, पौध वर्धक हेतु जीवामृत, घन जीवामृत इत्यादि को घर पर तैयार कर रबी सीजन में गेंहू एवम् चना, अन्य सब्जियां इत्यादि फसलों में उपयोग कर फसलों में होने वाली आर्थिक लाभ के साथ-साथ फसलों की गुणवत्ता तथा जमीन की उर्वरता शक्ति, जल धारण क्षमता में वृद्धि के साथ जीवो, मनुष्य पर पड़ने वाले दुष्परिणामों एवं पर्यावरण भी सुरक्षित बना रहता है। प्राकृतिक खेती अपनाकर कृषक को रसायनिक खेती की अपेक्षा उत्पादन में वृद्धि हुई हैं।