भोपाल l सेंट्रल बोर्ड आॅफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने पांच साल पहले सभी निजी और सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से बारहवीं तक सिर्फ एनसीईआरटी की किताबें सिलेबस में लागू करने के निर्देश दिये हैं। लेकिन निजी स्कूल एसोसिएशन सीबीएसई के इस फैसले को मानने को तैयार नहीं है। भोपाल में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण उन्हें चकमा देने और मोटी कमाई करने के लिये मार्केट में एनसीईआरटी की डुप्लीकेट किताबें तैयार हो रही हैं। कलेक्टर, भोपाल से मामले की जांच कराने की मांग उठी है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर भोपाल से प्रकरण की जांच कराकर की गई कार्यवाही के संबंध में 15 दिन में तथ्यात्मक जवाब मांगा है।