नेनौ तकनीकी उर्वरक लागत कम करने और लाभ के दृष्टिकोण से उपयुक्त है

जबलपुर । जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा के मुख्यआतिथ्य में नेनौ उर्वरक उपयोग विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन, इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड ( इफको) एवं किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को कबीर वेयर हाऊस, ग्राम पठरा उमरिया तहसील पनागर, जिला जबलपुर में किया गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने कहा कि इफको के द्वारा उर्वरक क्षेत्र किए जा रहे नवीनतम प्रयासों को सराहा गया, साथ ही नैनो उर्वरकों के उपयोग को भी बढ़ावा देने हेतु किसानों को समझाइश दी गई। किसानों की कृषि कार्य में लगने वाली लागत कम करने के साथ ही खेती किसानी में कृषक सतत विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के सतत् संपर्क में रहकर समस्याओं का समाधान प्राप्त कर लागत में कमी ला सकते हैं, एवं अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इसके साथ ही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. जे एस मिश्रा निदेशक खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर ने कहा कि किसानों को नई तकनीकी के साथ जुड़ना होगा, नेनौ तकनीक के अंतर्गत आने वाले उर्वरक लागत कम करने एवं लाभ की दृष्टिकोण से उपयुक्त हैं। साथ ही आपने कहा कि खरपतवार का समुचित प्रबंधन कैसे करें इस हेतु वैज्ञानिक अनुसंधान का लाभ किसानों को निरंतर संपर्क से ही मिल सकता है। इफको के मुख्य प्रबंधक विपणन श्री आर.के. राठौर द्वारा नेनौ तरल यूरिया की विस्तार से जानकारी प्रदान की एवं हाल ही में भारत सरकार द्वारा मान्यता दिए गए नैनो डीएपी के भी उपयोग को किसानों के बीच उपयोग विधि एवं उसके गुणों के बारे में विस्तृत रूप से समझाया गया। खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पी. के. सिंह के द्वारा किसानों को जबलपुर क्षेत्र के 1400 एकड़ में ड्रोन द्वारा हो रहे नैनो यूरिया के छिड़काव की जानकारी साझा की गई एवं किसानों को नैनो यूरिया के उपयोग हेतु सलाह भी दी गई, साथ ही उत्तम परिणामों को भी साझा किया गया। फसलों में खरपतवार नियंत्रण हेतु विभिन्न विधियां एवं उपायों को बताया गया।
कुलपति डॉ. मिश्रा एवं अन्य अधिकारियों द्वारा प्रगतिशील किसानों का सम्मान स्वरूप स्प्रे पम्प वितरित किये गये एवं नैनो यूरिया उपयोग संगोष्ठी में विभिन्न प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया, साथ ही किसानों के द्वारा भ्रमण कर जानकारी ली गई। जिसमें डी कंपोजर, इफको के विभिन्न उत्पाद, सब्जी वर्गीय फसलों की नर्सरी के पौधे, बूम स्प्रेयर जार टेस्ट आदि की जानकारी प्रदर्शनी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन डॉ. राजेश कुमार मिश्रा, मुख्य प्रबंधक प्रक्षेत्र इफको जबलपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शेखर सिंह बघेल ने मिट्टी की गुणवत्ता बनाये रखने एवं पोषक तत्वों की बेहतर उपयोग हेतु नेनौ उर्वरकों की खेती में उपयोग करने की सलाह किसानों को दी। श्री रितेश यादव रितेश नर्सरी द्वारा उन्नत नर्सरी तकनीक विषय पर विस्तार से बताया।
इस दौरान किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक श्री रवि अमरवंशी, आत्मा प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. सुशील कुमार निगम, संयुक्त संचालक कृषि जबलपुर संभाग श्री के. एस. नेताम, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. ए.के. सिंह, वैज्ञानिक डॉ. यतिराज खरे, इफको अधिकारी श्री आर. के. एस. राठौर, मुख्य प्रबंधक विपणन इफको भोपाल, श्री आर. के. मिश्रा, मुख्य प्रबंधक प्रक्षेत्र जबलपुर आदि मंचासीन रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री सागर पाटीदार, इफको जबलपुर श्री सहदेव शर्मा इफको बाजार पनागर एवं अन्य की उल्लेखनीय भूमिका रही। प्रगतिशील किसान नीलेश पटेल ग्राम उड़ना, श्री अनिल झारिया ग्राम खेरी के अलावा बड़ी संख्या में पनागर विकासखंड के पुरूष एवं महिला कृषकों की उपस्थिति रही।