रतलाम / राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा 31 जुलाई को कार्यशाला आयोजित की गई। रतलाम के शासकीय पीएम उत्कृष्ट महाविद्यालय में आयोजित उक्त कार्यशाला में मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ निवेदिता शर्मा, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से जुड़े मनोवैज्ञानिक डॉ गर्व जानी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री के सी शर्मा, महिला बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री रजनीश सिन्हा, शिक्षा विभाग के योजना अधिकारी श्री जितेंद्र जोशी, आईटी समन्वयक श्री मुकेश ठन्ना, जिले के शासकीय तथा अशासकीय विद्यालयो के प्राचार्य आदि उपस्थित थे।

कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ जानी द्वारा क्षेत्र 17 (1)17(2) के अंतर्गत आरटीई 2009 के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी  दी गई। उन्होनें राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग के गठन की प्रारंभिक तैयारी से लेकर वर्तमान समय तक किए गए कार्यों उद्देश्यों के बारे में सूक्ष्मता के साथ विस्तार से बताया।

डॉ निवेदिता शर्मा ने बाल अधिकार संरक्षण एक्ट तथा बच्चों से संवेदनशील व्यवहार के संबंध में विस्तार से समझाइश दी, उन्होंने कहा कि यदि शिक्षक विद्यार्थियों से अच्छा व्यवहार रखते हैं तो ऐसे विद्यालय की कभी कोई शिकायत नहीं होती है।

कार्यशाला का संचालन राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री योगेश पाल ने करते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के आदर्श वाक्य की जानकारी के साथ उसके कार्यों तथा उद्देश्यों के बारे में बताया कार्यशाला में डाइट पिपलोदा के उप प्राचार्य डॉ नरेंद्र गुप्ता ने भी संबोधित किया। 

संस्थाओं का निरीक्षण

 रतलाम भ्रमण पर आई म.प्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ निवेदिता शर्मा ने अपने भ्रमण के दौरान मदरसा तथा बालिका गृह पहुचकर जानकारी प्राप्त की इस दौरान विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।