खरगोन जिले के ग्राम धरगांव के युवक नीरज कुमार के लिए उद्यानिकी विभाग की प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना डूबते के लिए तिनके का सहारा बनकर आयी है। इस योजना का लाभ लेकर नीरज ने अचार उद्योग लगाया है और इससे उसे हर माह अच्छी खासी आय हो जाती है। इससे नीरज के जीवन में मिठास आ गई है और वह अपने व्यवसाय को बढ़ाने पर विचार करने लगा है।              

खरगोन जिले के महेश्वर विकासखण्ड के धरगांव निवासी युवा कृषक श्री नीरज कुमार श्रीमाली अपने एवं परिवार के जीवन यापन के लिए अचार का व्यापार छोटे स्तर पर करते थे। जिसमें उसे अधिक मेहनत करना पडता था परंतु उचित लाभ प्राप्त नही होता था। वह अपने व्यवसाय को बड़े स्तर पर करना चाहता था, लेकिन पूंजी का अभाव बाधा बन जाती थी। ऐसे में उद्यानिकी विभाग की प्रधानमंत्री सुक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना उसके लिए मददगार बनकर सामने आयी है। नीरज को उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त होने पर उसने अचार उद्योग बडे स्तर पर लगाने के लिए डी.पी.आर तैयार कर पोर्टल पर अपलोड कर दिया।      

        उद्यानिकी विभाग द्वारा नीरज का प्रकरण स्वीकृत कर उसे 1.60 लाख रुपये का ऋण प्रदान किया गया। इस राशि का उपयोग कर उसने अचार संबंधित मशीनें खरीदी एवं इकाई स्थापित की। जिसमें प्रतिवर्ष वह 10-15 क्विंटल अचार का उत्पादन करने लगा है। उसकी ईकाई में तैयार हुआ अचार आसानी से स्थानीय बाजारों में व इंदौर में विक्रय हो जाता है। नीरज अपने इकाई से उत्पादित आचार की आकर्षक पेकिंग कर स्थानीय एवं इंदौर शहर में विक्रय कर रहा है। इससे उसे अच्छी खासी आय हो रही है और उसके जीवन यापन का स्तर पर बदल गया है। नीरज नियमित समय पर बैंक ़ऋण की किश्त भी अदा कर रहा है।