जबलपुर l जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के तत्वावधान में उप संचालक कृषि श्री जितेंद्र कुमार सिंह के मुख्य आतिथ्य और डीन उद्यानिकी महाविद्यालय डॉ.विजय कुमार पराड़कर की अध्यक्षता में आज आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र चंदनगाँव में अंकुर अभियान के अंतर्गत वृहद् पौधारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ । इस अवसर पर आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र एवं उद्यानिकी महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक श्रीमती हेमलता अहिरवार, रिसर्च ऐसोसियेट डॉ.संत कुमार शर्मा, सर्वश्री राकेश बर्मन, कालूराम मईडा, प्रकाश साबल, प्रमोद भलावी, नितेश राहंगडाले व समस्त स्टॉफ, किसान और उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी पौधारोपण किया।
उद्यानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं उप संचालक कृषि श्री सिंह ने छात्र-छात्राओं को बताया कि बढ़ती हुई जनसंख्या, डी-फारेस्ट्रेशन और औद्योगिकी के कारण ग्लोबल वार्मिंग की समस्या सामने आ रही है। इसके समाधान के लिये पौधारोपण अत्यंत आवश्यक है । कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ.पराडकर ने पौधारोपण की महत्ता बताते हुये कार्बन क्रेडिट की भूमिका को समझाया। साथ ही वातावरण में आक्सीजन और कार्बनडाईआक्साइड के अनुपात को संतुलित बनाये रखने के विषय में जानकारी दी। सहायक प्राध्यापक श्रीमती हेमलता अहिरवार ने वृक्षारोपण की महत्ता को बताते हुये कोरोना काल में जो आक्सीजन की समस्या हमारे सामने आई थी, के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये। रिसर्च ऐसोसियेट डॉ.शर्मा ने इस कार्यक्रम में फलदार वृक्षों की महत्ता को समझाया।उद्यानिकी महाविद्यालय की छात्रा कु.पायल पराडकर ने बताया कि कैसे वृक्ष हमारी दैनिक जीवन की आवश्यकताओं के लिये उपयोगी है। छात्रा कु.मोनाली साबले ने बताया कि पौधारोपण सिर्फ एक दिवस के रूप मे मनाया जाने वाला कार्यक्रम नहीं है, बल्कि हमारा पूरा जीवन चक्र वृक्षों पर आधारित है। कार्यक्रम में अन्य छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। अंत में सहायक प्राध्यापक श्रीमती अहिरवार ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।