मंडला l  पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संचालक सह आयुक्त डॉ. केदार सिंह द्वारा मचलेश्वर मेले के सम्पूर्ण संचालन का दायित्व जनपद पंचायत मंडला को सौंपा गया है। 
     इस संबंध में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम, 1993 की धारा 58 के अध्याधीन रहते हुए राज्य सरकार में अधिसूचना द्वारा किसी बाजार या मेले को सार्वजनिक बाजार या सार्वजनिक मेला घोषित कर संचालन और इस प्रकार घोषित यथास्थिति सार्वजनिक बाजार या सार्वजनिक मेला जनपद पंचायत में निहित होता है। मध्यप्रदेश पंचायत उपबंध (अनुसूचित क्षेत्र पर विस्तार) नियम, 2022 (पैसा नियम) के अध्याय-दस, नियम 28 (2) में भी समान प्रावधान है। मचलेश्वर मेला हिरदेनगर अधिसूचित मेला है, अतः उसके संचालन एवं रखरखाव का संपूर्ण दायित्व पूर्व अनुसार जनपद पंचायत को सौंपा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उक्त संबंध में जनपद पंचायत मंडला के उपाध्यक्ष श्री संदीप सिंगौर द्वारा मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था कि मध्यप्रदेश राजपत्र प्रकाशन दिनांक 16 जून 1972 अनुसार मचलेश्वर मेला-हिरदेनगर का सम्पूर्ण संचालन जनपद सभा से जनपद पंचायत मंडला को सौंपा गया था। जिसके परिपालन में उक्त मेला का सम्पूर्ण संचालन जनपद पंचायत मंडला द्वारा किया जा रहा था। मचलेश्वर मेला-हिरदेनगर का आयोजन प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि से होलिका दहन तक लगभग 100 वर्षों से अधिक समय से जनपद पंचायत मंडला द्वारा किया जा रहा था, जिसमें विभिन्न राज्यों से क्रय-विक्रय हेतु पशुओं एवं व्यापारियों का आगमन होता है। जनपद पंचायत मंडला को उक्त मेला नीलामी से लगभग 25 से 30 लाख रूपये की आय होती थी। किन्तु, मध्यप्रदेश राजपत्र प्रकाशन दिनांक 15 नवम्बर, 2022 द्वारा यह दायित्व ग्राम पंचायत को दे दिए गए थे। उक्त अधिनियम की कंडिका से बहुत स्पष्ट नहीं होता कि किस सीमा तक के (राशि) तथा किस स्तर के (ग्राम/जनपद/जिला/राज्य स्तर) मेले का अधिगृहण पेसा एक्ट की मंशा अनुरूप किया जाना है। विगत वर्ष ग्राम पंचायत हिरदेनगर द्वारा संचालित मेले में अव्यवस्था, सुविधाओं का आभाव, व्यापारियों एवं मेले में आने-जाने वालों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। चूंकि मेले की व्यवस्था हेतु ग्राम पंचायत के पास पर्याप्त अमला नहीं होने के कारण सम्पूर्ण व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त रहीं। इसलिए उन्होंने मंत्री श्री पटेल से जनपद पंचायत मंडला को पुनः मेले के संचालन का दायित्व सौंपने का अनुरोध किया। 
    उक्त तथ्यों को संज्ञान में लेते हुए मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल द्वारा मेले का संचालन जनपद पंचायत मंडला द्वारा किए जाने के निर्देश दिए गए, जिन्हें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अमल में लाया गया।