विशेष व्यक्तियों की स्मृति में लगायें वृक्ष - पंचायत मंत्री पटेल
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भोपाल l प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण के कार्यों का सिलसिला लगातार जारी है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद पटेल अभियान के अंतर्गत मानस यात्रा के आठवें दिन चार नदियों के उद्गम स्थल पहुँचे। उनकी यात्रा का पड़ाव सीहोर जिले स्थित सिद्धिकगंज में पार्वती नदी, से होते हुए देवास जिले स्थित बागली में खारी एवं काली सिंध नदी और इंदौर जिले में स्थित चंबल, चोरल, मोरल, नखेरी, कारम, अजनार एवं गंभीर नदियों के उद्गम स्थल पर पहुंचा। नदियों के उद्गम स्थल पर पहुँच कर मंत्री श्री पटेल ने पूजन, वृक्षारोपण, स्वच्छता और जनसंवाद भी किया।
मध्यप्रदेश के जीवन को संझोती नदियों के उद्गम स्थल की मानस यात्रा
मंत्री श्री पटेल ने कहा की जीवन में जो भी बहुमूल्य होता है, हम उसकी कीमत समझ नहीं पाते है। ये नदियाँ और इनके उद्गम बहुमूल्य होने के साथ जीवनदायी भी हैं। हमें भी इनके जीवन की रक्षा करनी होगी। प्रकृति ने जीवन यापन के लिए हर संभव उपाय दिये हैं। ये अजीब विडंबना है कि जिन प्राकृतिक संसाधनों को मनुष्य को पुष्पित और पल्लवित करना चाहिए उसने उन संसाधनों का दोहन कर उन्हें नष्ट किया है।हमें अपने जीवन के लिए इन प्राकृतिक संसाधनों को जीवंत बनाना होगा।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नदियां हमारे जीवन को उज्जवल और उन्नत करने में सहायक होती है। ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र हर व्यक्ति को विशेष अवसर पर अपने परिजनों एवं विशेष व्यक्तियों की याद में एक वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए और उसकी देख रेख भी नियमित रूप से करनी चाहिए।
जल स्रोत को प्रवाहमान बनाए रखने वाले पेड़ लगाएँ
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जल स्रोतों के पास कौन से पौधे लगाये जायें, जो जल के स्रोत को प्रवाहमान बनाये रख सकें इसके लिए हमें उन पौधों की जानकारी भी हो। ऐसी सूची बनाकर लोगों तक पहुँचाएँ। मंत्री श्री पटेल ने जानकारी देते हुए कहा कि जल स्रोतों के पास बहेड़ा, हर, आम, महुआ, नीम, खिन्नी, सेमर, बांस, बेल, केत आदि प्रकार के पेड़ लगाये जाना चाहिए।