मुरैना में अपनी तरह का पहला ऐसा सोलर पावर प्लांट बनने जा रहा है, जिसमें दिन के साथ रात में भी बिजली मिलेगी। इस प्रस्तावित प्रोजेक्ट के तहत भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में सेशन हॉल नंबर-1 में प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला की उपस्थिति में पावर प्लांट के टेंडर की प्री- बिड की प्रक्रिया आयोजित की गई। जिसमें अपर मुख्य सचिव एवं मुरैना जिले के प्रभारी सचिव श्री मनु श्रीवास्तव, कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। ऊर्जा विभाग के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार मुरैना में देश का पहला ऐसा प्लांट होगा जिसमें, सोलर प्लस स्टोरेज और स्टोरेज एज ए सर्विस का समावेश होगा। यहां से बिजली सरकार खरीदेगी। इससे निवेशक कंपनी को गारंटी मिलेगी। कई देशों में सोलर प्लस स्टोरेज प्लांट (सोलर प्लस स्टोरेज पावर प्लांट) है। मोरक्को में ऐसा सबसे बड़ा प्लांट है। भारत में गुजरात के मोढेरा में 15 मेगावॉट क्षमता वाला बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) है। लक्षद्वीप के कावरत्ती द्वीप पर भी 1.7 मेगावॉट का सोलर प्लस स्टोरेज प्लांट है। सोलर पार्क के लिये मुरैना जिले में 4300.09 हेक्टेयर भूमि पर सोलर पावर प्लांट बनेगा। जिसमें कैलारस जनपद के ग्राम किसरोली में 77.98, अर्राहट में 32.01, पिपरोनियां में 262.34, सागोरिया में 605.99, देवरी में 27.78, पनिहारी में 36.784, कोंडा में 11.01, महेवा में 32.42, पचेखा में 8.16, उचाड़ में 28.57, हिरावली में 20.90, इटोरा में 41.99, चौकी में 10.83, शहदपुर में 99.1, डमेजर में 143.17, फुलोंदा में 85.786, कोट सिरथरा में 99.873 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। इसी प्रकार जौरा जनपद के टेलरी में 69.97, भूरि में 358.696, धौंधा में 1282.615, देवरा में 1097.665, बारा में 29.51, गोपालपुरा में 43.99, मनोहर पुरा में 40.48, कहारपुर में 83.61 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।