इंदौर l सोनम रघुवंशी अपने हिसाब से जीवन जीना चाहती थी l उसकी जिंदगी में कोई खलल डाले ये उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं था। राज उसकी ही फर्म का एक कर्मचारी था। राज सिर्फ सोनम ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के प्रति समर्पित था, उनका चहेता भी था। राज फर्म में काम करने के अलावा सोनम के परिवार की गाड़ियां भी चलाता था और पिता व मां को लेकर आता जाता था। सोनम को भी राज जैसा ही जीवन साथी चाहिए था, जो उसकी सुने, उससे दबकर रहे। उसके गलत फैसलो का भी विरोध ना कर पाए। राज ने हत्याकांड में शामिल होकर यह साबित भी कर दिया। सोनम की इच्छा थी कि वह राज जैसे युवक से शादी कर अपने पारिवारिक बिजनेस को संभाले, दूसरी जगह शादी होने पर यह संभव नहीं था। जब राजा रघुवंशी से रिश्ता पक्का हुआ था तो सोनम ने अपनी मां को कहा था कि तुम अपनी मर्जी कर कर लो। फिर देखो मैं क्या करती हूं...