भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र - कौन तोड़ेगा कांग्रेस का तिलिस्म ...?

भोपाल उत्तर सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा हैl यहां से विधायक आरिफ अकील निरंतर चुनाव में जीतते रहे हैं ,एक बार तो वे यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी जीत दर्ज करा चुके हैंl उन्हें अपने राजनैतिक जीवन में सिर्फ एक बार रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा हैl भोपाल उत्तर सीट पर एक बार फिर भाजपा एवं कांग्रेस में रोमांचक मुकाबले की उम्मीद नजर आ रही है हालांकि इस बार इस सीट का परिदृश्य कुछ बदला बदला सा दिखाई दे रहा है l विधायक एवं पूर्व मंत्री आरिफ अकील अब उम्र दराज हो चुके हैं l उनका अब चुनाव लड़ना मुश्किल दिखाई पड़ रहा हैl ऐसी स्थिति में कांग्रेस के सामने चुनौती यही है कि वह किसे टिकट दे , कौन ऐसा नेता है जो आरिफ अकील की राजनैतिक विरासत को ठीक से संभाल सकता हैl कांग्रेस से यहां विधायक आरिफ अकील के बेटे आतिफ अकील की दावेदारी प्रबल है, वह अपने विधायक पिता के राजनैतिक कार्यों में निरंतर हाथ बटाते रहे हैं इसलिए आरिफ अकील की तरह ही इस विधानसभा क्षेत्र में आतिफ अकील का भी नेटवर्क बना हुआ है l नासिर इस्लाम भी पिछले कुछ समय से भोपाल उत्तर में सक्रिय हैंl वह मध्य से चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा थाl एक अन्य नाम आता है मोहम्मद सऊद का वे दो बार पार्षद रहे हैं और खानूगांव समेत पुराने भोपाल में उनकी गहरी पैठ हैl कांग्रेस से ये तीन नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैंl वही भाजपा में संघ से संस्कारित चेतन भार्गव ,पूर्व महापौर आलोक शर्मा एवं पूर्व सरपंच भक्ति शर्मा के नामों की चर्चा है l चेतन भार्गव पिछले कुछ वर्षों से लगातार भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय है और अपनी राजनैतिक जमीन तैयार कर रहे हैंl पूर्व महापौर आलोक शर्मा की बात करें तो वे यहां से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और बहुत ही कम मतों के अंतर से पराजित हुए थेl ऐसे में उनकी दावेदारी भी प्रबल है , तीसरा नाम आता है भक्ति शर्मा का वह सरपंच रही है और निरंतर भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं l उन्होंने अपनी मेहनत से अपनी एक अलग इमेज बनाई है जिसका फायदा उन्हें विधानसभा चुनाव में मिल सकता हैl भाजपा में फिलहाल इन तीन नामों के इस बीच ही टिकट की लड़ाई नजर आ रही हैl अब देखना होगा कि कांग्रेस अपने राजनैतिक गढ़ को इस बार बचा पाएगी या फिर भाजपा उसमें सेंध लगाने में कामयाब हो जाएगी फिलहाल भाजपा के सामने कांग्रेस के इस तिलिस्म को ध्वस्त करने की चुनौती हैl