वेद ग्रंथ की पूजन के साथ शुरू हुआ मंत्र अंताक्षरी का कार्यक्रम

उज्जैन। विक्रमोत्सव 2025 अंतर्गत वैदिक मंत्रों की अंताक्षरी का आयोजन वैदिक मंत्रों के साथ सम्पन्न हुआ। श्री गुमानदेव हनुमान गढ़ी पर आयोजित यह कार्यक्रम दीप प्रज्वलन के साथ महाराजा विक्रमादित्य के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उक्त आयोजन में उज्जैन मोन तीर्थ पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी श्री सुमनानंद जी महाराज का पावन सानिध्य प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम का संयोजन अनुष्ठान मंडपम ज्योतिष अकादमी के प्रमुख पं. चंदन श्यामनारायण व्यास द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पाणिनी संस्कृत वैदिक विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. श्री विजय कुमार सी.जी. ने की विशिष्ट अतिथि द्वय महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी एवं कालिदास अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ. संतोष पंड्या तथा सारस्वत अतिथि के रूप में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र चतुर्वेदी एवं प्रसिद्ध गीता प्रचारक स्वामी गीतानंद जी महाराज रहे ।प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में पं. राहुल शर्मा एवं पं. विपुल शर्मा रहे। शहर के विभिन्न गुरुकुलों के छात्रों द्वारा शुक्ल यजुर्वेद संहिता के मंत्रों पर आधारित वेद मंत्रों की अंताक्षरी की प्रतियोगिता हुई जिसमें कन्व वेद विद्यालय के बटुक प्रथम स्थान पर रहे त्रिपुर सुंदरी वेद विद्यालय के बटुक द्वितीय स्थान पर रहे। मोनी बाबा वेद गुरुकुल के बटुक तृतीय स्थान पर रहे। सभी को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह दे कर पुरुस्कृत किया गया। पं. अधीश द्विवेदी समन्वयक के रूप में रहे। इस अवसर पर पं गोपाल कृष्ण दवे, पं राम शुक्ल, युवा कथाकार पं कमलेश भाई जी, पं हेमंत जोशी आदि उपस्थित रहे। संचालन डॉक्टर पतंजलि कुमार पांडे ने किया । आभार वैदिक पं अधीश द्विवेदी ने वक्त किया।