जीवन और प्रकृति के संरक्षण के लिए नदियों को अविरल और पवित्र रखना ज़रूरी -मंत्री श्री पटेल

भोपाल l जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल की मानस यात्रा का कारवां छिंदवाड़ा पहुँचा। उन्होंने छिंदवाड़ा जिले की पेंच नदी के उद्गम स्थल पर पूजन, वृक्षारोपण कर जन-संवाद किया।
जन-संवाद करते हुए मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नदियों के उद्गम पर जाकर ऐंसा लगता है कि प्रकृति ने हर कोशिश की है मानवीय सभ्यता को जीवित रखकर उन्हें जीवन देने की। मनुष्य ने इन नदियों के प्रति जो उपेक्षा पूर्ण रवैया अपनाया है, वह बहुत ही खतरनाक है। हमें अपने आने वाली पीढ़ियों के लिए इन्हें जीवंत बनाना होगा। नदी का उद्गम जन्म स्थान है। बचपन, यौवन और संगम के साथ एकाकार होना उसका सत्य है, लेकिन नदी कुछ लेती नहीं सदैव देती है। इसलिए वह मां के समान है। नदियों का संरक्षण कर हम आने वाली पीढ़ी को धरोहर संजोकर दे रहे हैं। प्रकृति और जीवन का वैंसा ही संबंध है, जैंसे संतान का और मां का। यदि हम प्रकृति और नदियों की उपेक्षा करेंगे तो हमारा जीवन भी निर्जल होगा। हमें अपने जीवन के लिए नदियों को अविरल और पवित्र रखना होगा।
ग्रामीणों को किया जागरूक
मंत्री श्री पटेल ने ग्रामीणजनों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हर नदी एक जीवन शैली सभ्यता का रास्ता दिखलाती है। जल गंगा संवर्धन अभियान केवल प्रदेश सरकार का नहीं है, यह प्रत्येक नागरिक का भी अभियान है। जन सहभागिता ही इस अभियान को सफल बना सकती है। मंत्री श्री पटेल ने नदियों के उद्गम स्थल की मानस यात्रा के पूर्व प्रातः सारणी में बाबा मठारदेव के दर्शन भी किये।