खरगोन । रबी विपणन वर्ष 2023-24 में कृषक समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन आज शनिवार से कर सकते है। समर्थन मूल्य पर गेहूं का उपार्जन कृषक 10 मई तक कर सकते है। औसत अच्छी गुणवत्ता के गेहूँ का समर्थन मूल्य 2125 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। गेहूँ उपार्जन कार्य सप्ताह में 05 दिवस सोमवार से शुक्रवार प्रातः 8 बजे से शाम 8 बजे तक किया जाएगा एवं कृषकों को तौल पर्ची सायं 06 बजे तक जारी की जाएगी। समर्थन मूल्य पर गेहूँ उपार्जन के लिए कृषकों को अपनी उपज विक्रय के लिए कृषक द्वारा स्लॉट बुकिंग किया जाना आवश्यक है। ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को अपनी उपज विक्रय के लिए एसएमएस प्राप्त होने का इंतजार करने की आवश्यकता को समाप्त करते हुए कृषक उपज तैयार होने पर विक्रय के लिए उपार्जन केन्द्र एवं उपज विक्रय की दिनांक का चयन स्वयं ई-उपार्जन पोर्टल पर कर सकेंगे। जिसकी व्यवस्था इस प्रकार रहेगी। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर गेहूं की तौल क्षमता का निर्धारण पोर्टल पर किया जाएगा, जिसके अनुसार प्रति तौलकांटा प्रतिदिन 250 क्विंटल के मान से गणना की गई है। प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर प्रतिदिन न्यूनतम 1000 क्विंटल उपज को तौल के लिए 4 तौल कांटे आवश्यक रूप से लगाएं जाएं एवं उपार्जन केन्द्र पर गेहूं की आवक अनुसार तौल कांटों की संख्या में वृद्धि की जाए। जिसकी तत्समय डीएसओ लॉगिन से पोर्टल पर प्रविष्टि की जा सकेंगी।    

कृषक 21 मार्च से स्लॉट बुकिंग www.mpeuparjan.nic.in पर की जा रही है। इस लिंक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से कृषक के मोबाइल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केन्द्र इंटरनेट कैफे, उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी। स्लॉट बुकिंग के लिए कृषक के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी प्रेषित किया जाएगा जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा। उपार्जन का कार्य सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा एवं उपज विक्रय के लिए इसी अवधि की स्लॉट बुकिंगकी जा सकेगी। कृृषक द्वारा उपज विजय के लिए स्लॉट बुकिंग उपार्जन के अंतिम 10 दिवस को छोड़कर की जा सकेगी एवं स्लॉट की वैधता अवधि 7 कार्य दिवस होगी। कृषक द्वारा उपज विक्रय के लिए तहसील अंतर्गत जहाँ कृषक की भूमि है किसी भी उपार्जन केन्द्र का चयन किया जा सकेगा। कृषक की भूमि एक से अधिक तहसील में स्थित होने पर उनके द्वारा किसी एक तहसील के उपार्जन का चयन किया जा सकेगा। जहां पर पंजीकृत भूमि की उपज का विक्रय किया जा सकेगा। उपार्जन केन्द्र की तौल क्षमतानुसार लघु सीमांत एवं बड़े कृषकों को मिलाकर स्लॉट बुकिंग की सुविधा रहेगी जिसमें प्रतिदिन 100 दिन से अधिक विक्रय क्षमता के 4 कृषक तक हो सकेंगे। स्लॉट बुकिंग के समय पोर्टल पर कृषक की विक्रय योग्य कुल मात्रा प्रदर्शित कराई जाएगी। जिसमें कृषक बारा वास्तविक विक्रय योग्य कुल अनुमानित मात्रा की प्रविष्टि करनी होगी। इस मात्रानुसार ही कृषक से उपज की खरीदी की जा सकेगी।