सियासी जिंदगी में अपराजेय रहे हैं पूर्व मंत्री एवं विधायक गोपाल भार्गव
( मध्य प्रदेश विधानसभा के सबसे सीनियर विधायक पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव जी के जन्म दिवस पर विशेष ) शेर सी दहाड़ है, व्यक्तित्व भी पहाड़ है । हर मुश्किल को पार कर, जीते जो हर बार है।। विधानसभा मे जनभावनाओ एवं लोकहित से जुड़े मामले प्रभावी तरीके से उठाकर अपनी अलग पहचान बनाने वाले, लोकतंत्र के सजग प्रहरी मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं मध्य प्रदेश सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे ,रहली विधानसभा क्षेत्र के अपराजेय विधायक जननायक गोपाल भार्गव सामाजिक सरोकार से जुड़ी राजनीति करते हैं। उन्हें अगर रिकार्ड बनाने वाला जनप्रतिनिधि कहा जाए तो शायद अतिश्योक्त भी नहीं होगी। अब तक लगभग 17 हजार से भी अधिक सभी धर्मों की बिटियों का कन्यादान पूरे ठाठ-बाठ से संपन्न कराकर वे विश्व रिकार्ड बना चुके हैं,जो गिनीज बुक में भी दर्ज है l क्षेत्र के हजारों गंभीर रोगों से पीडित लोगों का वे इलाज करा चुके हैं। कौन भूल सकता है कि कोरोना संकट के बीच लाकडाउन के दौरान भी भार्गव के प्रयासो से, उनके नेतृत्व मे गढाकोटा में भारत के सबसे बड़े प्रवासी श्रमिको हेतु अनवरत लंगर में प्रतिदिन हजारों प्रवासी श्रमिको को शाही भोजन कराया गया। प्रवासी मजदूरों के नन्हे मुन्ने बच्चों के लिए दूध फल और टॉफी तक की व्यवस्थाएं की गई थी। रोजाना चलने वाले इस लंगर में कई राज्यों से आवागमन करने वाले लाखों लोग भोजन करते थे ।
बुंदेलखंड की पवित्र माटी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले भार्गव आम जन से जुड़ी राजनीति का पर्याय बन चुके हैं। भार्गव का रहली विधानसभा क्षेत्र संभवतः देश का ऐसा पहला विधानसभा क्षेत्र है जहां नदी नालों पर सर्वाधिक स्टापडेम बने है। क्षेत्र के लगभग प्रत्येक गांव पक्की सड़कों से जुड़े हुए है। शिक्षा के क्षेत्र में भी यहां क्रांतिकारी परिवर्तन आया है। क्षेत्र के गांव-गांव में हायर सेकेंड्री स्कूल बने हुए है। आईटीआई जैसी तकनीकि शिक्षा की व्यवस्था भी है। 1984 में देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने म.प्र. में एक मात्र सभा उनके विधानसभा क्षेत्र रहली में ही की थी। उस समय भी भार्गव ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। वे 1990 में म.प्र.में सर्वाधिक मतों से जीतने का रिकार्ड भी बना चुके हैं। उस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए थे। भार्गव मध्य प्रदेश के ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जो एक ही विधानसभा क्षेत्र से लगातार नौ बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं l इतना ही नहीं उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे विधानसभा चुनाव के दौरान भी बिना चुनाव प्रचार किये ही आधे लाख से भी अधिक वोटो से चुनाव जीत जाया करते हैं , 2024 के विधानसभा चुनाव में भी वे लगभग 83000 वोटो से भी अधिक अंतर से चुनाव जीते हैं l सामाजिक सरोकार से जुड़ी राजनीति के पैराकोर गोपाल भार्गव आम जन के विश्वास के बूते ही जमीन से उठकर राजनीति के शिखर तक पहुंचे हैं उन्होंने सदैव आम जनता को एहसास कराया है कि वह VVIP नहीं है बल्कि उनके बीच के, उनके जैसे ही हैंं l इसी काबिलियत ने उन्हें देश के उन चुनिंदा नेताओं में शुमार कर दिया जो सदैव दलों के उतार-चढ़ाव से दूर रहा करते हैं l वास्तव में भार्गव सोशल रिफॉर्मर हैं l जनप्रतिनिधि का काम सिर्फ सड़क, बिजली, पानी जैसे विकास कार्य करवाना ही नहीं है बल्कि समाज सुधार करना भी है l भार्गव की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके क्षेत्र में कई सड़के , गली मोहल्ले उनके नाम से ही पहचाने जाते हैं l वास्तव में वे राजनीति में नया कल्चर डेवलप कर रहे हैं जिसका संबंध सीधे जनता से ही है l प्रदेश में किसी भी विधायक की सुनिश्चित जीत की जब गिनती शुरू होती है तो लोगों की जुबान पर पहला नाम आता है रहली विधानसभा क्षेत्र से विधायक गोपाल भार्गव का l आज भगवान गणेश के अनन्य भक्त जननायक गोपाल भार्गव का जन्म दिवस है , उनके जन्म दिवस पर ईश्वर से कामना करते हैं कि वे सदैव खुश रहें, ईश्वर उनकी समस्त इच्छाओं की पूर्ति करें और आप शतायु हो..