दमोह जिले के टौरी गांव में संचालित शिक्षा विभाग के बालिका छात्रावास में मध्य प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम ने निरीक्षण किया। यहां चपरासी के कमरे से कई आपत्तिजनक किताबें टीम को मिली हैं, जो मुस्लिम ईसाई और बौद्ध धर्म से जुड़ी हैं। साथ ही राष्ट्रीय ध्वज डस्टबिन में मिला और भारत माता की तस्वीर उल्टी रखी थी। हालात यह है कि यहां कि वार्डन उन्हें पूजा पाठ नहीं करने देती।

साथ ही एक किराना दुकान छात्रावास में संचालित मिली। इन खामियों पर टीम के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई। आयोग की टीम में शामिल डॉ. निवेदिता शर्मा ने बताया कि छात्रावास की वार्डन से संबंधित शिकायत मिलने पर हम यहां पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान पता चला कि वार्डन यशवंती महोबे छात्रावास की प्यून के माध्यम से एक किराने की दुकान संचालित करती हैं और छात्राओं को सामान खरीदने के लिए मजबूर करते हैं। जब हमने पास में ही संचालित उच्चतर माध्यमिक स्कूल का निरीक्षण किया तो वहां लैब के नाम पर स्टोर रूम था इसके अलावा एक कचरे के डिब्बे में राष्ट्रीय ध्वज मिला जो, बहुत ही आपत्तिजनक है। छात्राओं को खाने में प्रतिदिन मुनगा की पत्तियों की सब्जी खिलाई जा रही है जो भी अपने आप में गलत बात है। बाल आयोग की टीम के निरीक्षण के बाद अब उम्मीद जगी है की व्यवस्था सुधरेंगी और कार्रवाई भी कड़ी होगी l