मंत्री संपत्तिया उईके पर लगे आरोपों की टाइमिंग चर्चा में

भोपाल। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चयन को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है । ऐसे समय में जहां एक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कौन बनेगा इसके कयास लगाए जा रहे हैं वहींं दूसरी ओर मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री संपत्तियां उईके पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं l आरोप सही हैं या गलत हैं l यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन और आरोप लगाने की जो टाइमिंग है वह जरूर चर्चा में है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं, उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला सामान्य वर्ग से आते हैं और दूसरे उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा एससी वर्ग से आते हैं ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भाजपा में अगर सर्वाधिक चर्चा थी तो यही थी कि अगला प्रदेश अध्यक्ष निश्चित ही आदिवासी वर्ग से ही बनेगा l ऐसे में आदिवासी वर्ग से होना और महिला होना यह सारे समीकरण मध्य प्रदेश सरकार की कद्दावर मंत्री संपत्तिया उईके के पक्ष में जाते नजर आ रहे थे l ऐसा लग रह था कि यदि भाजपा आदिवासी वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी तो मंत्री संपत्तिया उईके का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा था l परंतु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के एक दिन पहले ही उन पर इस तरह के आरोप लगना कहीं ना कहीं इस बात की ओर इशारा करते हैं कि कहीं उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ से बाहर करने की यह कोई साजिश तो नहीं है क्योंकि कुछ वर्ष पूर्व ऐसा ही एक मामला आया था उसकी टाइमिंग भी चर्चा में थी l जब युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष का चयन होना था और उस दौड़ में मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री गोपाल भार्गव के बेटे अभिषेक भार्गव का नाम चर्चा में सबसे ऊपर था लेकिन युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष के चयन के एक-दो दिन पहले इसी तरह से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी जिसमें उन पर भी गंभीर आरोप लगाए गए थे l आरोप लगवाने वालों का मकसद तो पूरा हो गया था और अभिषेक भार्गव इस साजिश के चलते युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ से बाहर हो गए थे l कहीं मध्यप्रदेश सरकार की पीएचई मंत्री संपत्तियों उईके के साथ भी तो ऐसा नहीं हुआ है l इस बात की चर्चा जोरो पर है.. और आरोप लगने की टाइमिंग जो है वह भी चर्चा में है...