हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर अहोई अष्टमी व्रत रखा जाता है।धार्मिक मान्यता है कि महिलाएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और अच्छे भविष्य के लिए अहोई अष्टमी व्रत रखती हैं। अहोई अष्टमी को कई स्थानों पर अहोई आठे के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत का पारण तारों को अर्घ्य देकर किया जाता है।  ऐसे में आप इस दिन अपनी पूजा पूरी करने के लिए कुछ चीजों को शामिल जरूरी है, जिससे आपके व्रत में कोई बाधा न आए।