शिवपुरी/ राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर एवं भा.कृ.अनु.प.-कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान क्षेत्र 9 जबलपुर के अधीन कार्यरत कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी की 35 वीं वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति की बैठक कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी में सोमवार को आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता रा.वि.सिं.कृ.वि.वि. ग्वालियर के निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ.वाय.पी.सिंह द्वारा की गई। उन्होंने छोटे एवं सीमांत कृषकों के लिए निरंतर और सतत आय प्राप्ति के लिए वर्षा आधीन एवं सिंचित क्षेत्रों के लिए अलग-अलग समन्वित कृषि प्रणाली के मॉडलों एवं तकनीकियों से अवगत कराने के लिए सुझाव दिए जो वर्तमान जलवायु परिवेश एवं कम होते भू जल स्तर को बढ़ाने में भी लाभकारी होगा।
मुख्य अतिथि के रूप में भा.कृ.अनु.प.-कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान क्षेत्र 9 जबलपुर के निदेशक डॉ.एस.आर.के.सिंह ने भी कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी में विगत माह किए भ्रमण एवं जिले के परिप्रेक्ष्य में संभावित गतिविधियों के लिए सुझाव देते हुए शिवपुरी जिले में बहुतायत में होने वाले टमाटर उत्पादन के लिए मूल्य संवर्धन की तकनीकियों से जोड़ने के लिए सुझाव दिया।
वैज्ञानिक परामर्श समिति बैठक का उद्देश्य जिले के भौगोलिक एवं जलवायु दृष्टिकोण के अनुकूल कृषकों के लिए नई तकनीकों का समावेश प्रक्षेत्र प्रयोग परीक्षण, प्रदर्शन एवं प्रसार गतिविधियों के द्वारा जिले के लिए बनाई जाने वाली कार्ययोजना का जिले के संबंधित विभाग के विभाग प्रमुखों एवं वरिष्ठ कार्यालय के अधिकारियों के दिये निर्देशन में सुदृढ़ बनाना होता है। जिससे जिले में कृषकों के लिए अनुकूल कृषि एवं नवीन तकनीकियों का प्रसार हो सके।
वैज्ञानिक परामर्श समिति बैठक में विगत छः माह की प्रगति एवं आगामी माह के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना की कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. पुनीत कुमार के निर्देशन में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.एम.के.भार्गव द्वारा पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से सभी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
जिले के संबंधित विभागों के प्रमुखों की ओर से टमाटर नर्सरी प्रबंधन, समन्वय में कृषि तकनीकों का और अधिक प्रसार बढ़ाने के लिए सुझाव दिए। वैज्ञानिक परामर्शदात्री की बैठक में डॉ.किरण रावत, सहायक संचालक कृषि, इंजीनियर अंकित सेन सहायक कृषि यंत्री, डी.एस.सचान मत्स्य इंस्पेक्टर, दयाशंकर पाण्डे प्रभारी अधिकारी बीज निगम, इंदवीर सिंह उद्यान विभाग, रामगोपाल वर्मा, लोकेन्द्र सिंह बीज उत्पादक समिति के साथ-साथ प्रगतिशील कृषक अवधेश वर्मा, रामस्वरूप धाकड़ एवं राम गोपाल गुप्ता की सहभागिता रही।