अशोकनगर l भारत सरकार की योजना कृषि अवसंरचना निधि की विशेषताओं तथा एमपी फार्मगेट ऐप के संबंध में एक दिवसीय जिला स्‍तरीय कार्यशाला का आयोजन कलेक्‍टर श्री सुभाष कुमार द्विवेदी के मुख्‍य आतिथ्‍य में शुक्रवार को मंगल पैलेस स्‍टेशन रोड़ में किया गया। कार्यशाला में कलेक्‍टर श्री सुभाष कुमार द्विवेदी ने योजना की प्रशंसा करते हुए इस महत्वपूर्ण अवसर का लाभ उठाने हेतु मार्गदर्शन दिया। देश में कृषि अधोसंरचना सुधार के क्रम में वित्तीय सहायता देने के उददेश्य से कृषि अवसंरचना निधि (AIF) योजना का संचालन किया जा रहा है। जिसमें एक लाख करोड़ रूपये का भारत सरकार द्वारा कोष सृजित किया गया है। योजना में बैंकों से ऋण लेने पर राशि रूपये दो करोड़ तक योजना स्वीकृत होने पर तीन प्रतिशत प्रति वर्ष की ब्याज की छूट हितग्राही को उपलब्ध कराई जा रही है कार्यशाला के द्वितीय चरण में अपने घर खलियान से अपनी कृषि उपज अपने दाम पर विक्रय करने की सुविधा, कृषि विक्रय में होने वाले खर्चों में कटौती, मंडी में होने वाली भीड़ से बचत आदि सुविधाओं के संबंध में एमपी फार्मगेट ऐप से संबंधित उपयोगिता किस तरह से उक्त ऐप को एंड्राइड मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। उक्त ऐप को किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है‚विषयपरविस्तार से प्रस्तुतीकरण श्रीचंद्रशेखर वशिष्ठ जी अपर संचालक मंडी बोर्ड द्वारा किया गया। कार्यशाला में बड़े स्तर पर अशोकनगर जिले की मंडियों से आए हुए व्यापारियों तथा कृषकों द्वारा अपनी जिज्ञासा अनुरूप प्रश्न पूछे गए जिसका समाधान कारक उत्तर उपस्थित विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। कार्यशाला में एआईएफ योजना तथा एमपी फार्म गेट ऐप की उपयोगिता बताई गई। जिसमें कृषकों को उनकी कृषि उपज का अधिकतम मूल्य एवं उनके रखरखाव के संबंध मे जानकारी दी गई तथा उपस्थित प्रतिभागियों से व्यक्तिगत रुप से चर्चा की, साथ ही इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने हेतु आव्हान किया गया। इस कार्यशाला में महिला प्रतिभागियो द्वारा भी बहुतायत मे हिस्सा लिया गया। अशोकनगर जिले एवं मध्य प्रदेश के अन्य भागों में उन्नत कृषि कृषकों द्वारा अपनाई गई है। पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एआईएफ पर खुलकर उपयोगी चर्चा हुई जिसमें अवगत कराया गया कि उक्त योजना के तहत वेयरहाउस ,कोल्ड स्टोरेज, राइपनिंग चेंबर, प्राइमरी प्रोसेसिंग यूनिट, दाल मिल, फ्लोर मिल, आटा मिल, कस्टम हायरिंग सेंटर, मसाला उद्योग, बांस प्रोसेसिंग उद्योग इत्यादि में एआईएफ योजना का लाभ ले सकते हैं। एआईएफ पोर्टल का तकनीकी प्रशिक्षण भी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिया गया। कार्यशाला में हितग्राहियों को हर संभव सहायता मुहैया कराना और इससे लाभान्वित होने का आव्हान किया। एआईएफ योजना में अभी तक अशोकनगर जिले में 74 आवेदनों में 46.79 करोड़ रूपये तथा प्रदेश में 7241 आवेदनों में 5819 करोड़ रूपये की राशि बैंको द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है। जिससे म.प्र. देश में प्रथम स्थान पर हैं। कार्यशाला का उद्देश्‍य भारत सरकार की योजना कृषि अवसंरचना निधि की विशेषताओं तथा एमपी फार्मगेट ऐप के प्रचार-प्रसार करने कृषकों, व्यापारियों, उद्यमियों, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की मुख्य विशेषताएँ फसलोपरांत प्रबंधन एवं सामुदायिक खेती संबंधित परियोजना की जानकारी दी गई। कार्यशाला के प्रारंभ में मंडी बोर्ड के अपर संचालक श्री चंद्रशेखर वशिष्ठ द्वारा उपस्थित समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यशाला में मंडी बोर्ड के अपर संचालक श्री चंद्रशेखर वशिष्ठ, श्री रोहणी प्रसाद चक्रवर्ती संयुक्‍त संचालक संभागीय कार्यालय ग्‍वालियर, उप संचालक श्री के. एस. कैन कार्यशाला,चीफ प्रोग्रामर श्री संदीप चौबे, कृषि नोडल एआईएफ श्री गोविंद शर्मा, मंडी सचिव अशोकनगर श्री भागीरथ , सहायक उपनिरीक्षक आदित्य राज सिंह चौहान, सहायक उपनिरीक्षक राहुल कुमार देवहारे तथा बड़ी संख्या में कृषि विभाग, उद्यानिकीविभाग, नाबार्ड‚बैंकवमंडीसमितियोंकेसचिवएवंकर्मचारी, मीडिया के साथी सहित किसान एवं व्यापारी प्रतिनिधि कार्यशाला में सम्मिलित हुए।