हरदा / मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी हरदा वृत्त अंतर्गत आगामी रबी सीजन के संभावित भार को देखते हुये कृषक उपभोक्ताओं को शासन के निर्देशानुसार 10 घण्टे विद्युत आपूर्ति करने के लिये गहन समीक्षा कर सभी आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। महाप्रबन्धक मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी हरदा श्री अनूप सक्सेना ने बताया कि इसके तहत गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय के लिये आवश्यक वोल्टेज एवं भार हेतु नये सब स्टेशनों का निर्माण, वर्तमान सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाने का कार्य, सब स्टेशनों पर कैपेसिटर बैंक की स्थापना आदि कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। विभाग द्वारा 132 के. व्ही. सब स्टेशन सुल्तानपुर से 33/11 के व्ही गहाल सब स्टेशन तक 80 लाख रूपये की लागत से नई 33 के.व्ही. लाइन का निर्माण किया जा रहा है, यह कार्य आगामी लगभग 15 दिवस में पूर्ण कर लिया जावेगा, जिससे कि कुकरावद, रहटगांव, झाड़बीडा, पानतलाई क्षेत्र के उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता का वोल्टेज प्रदाय किया जा सकेगा। उन्होने बताया कि सोनतलाई, रेलवां, एड़ाबेड़ा व झाड़पा क्षेत्र की वोल्टेज समस्या के निराकरण हेतु सोनतलाई सब स्टेशन में 1500 के व्ही. ए. आर. क्षमता के कैपेसिटर बैंक की स्थापना की जा रही है। इसी प्रकार तजपुरा, करताना, लछौरा, भवरास एवं छीपानेर क्षेत्र की वोल्टेज व भार की समस्या के समाधान के लिये तजपुरा सब स्टेशन में अतिरिक्त 5 एम. व्ही.ए. पॉवर ट्रांसफार्मर स्थापित किया जा रहा है। उन्होने बताया कि नयागांव, जामली एवं आदमपुर में 33/11 के.व्ही. क्षमता के सब स्टेशन की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है तथा निर्माण संबंधी कार्यवाही की जा रही है। उन्द्राकच्छ क्षेत्र में उच्च गुणवत्तापूर्ण विद्युत प्रदाय के लिये एवं भार की समस्या के समाधान के लिये उन्द्राकच्छ सब स्टेशन को 132 के. व्ही. उपकेन्द्र सिवनीमालवा से विद्युत प्रदाय की व्यवस्था की जा रही है। इन सभी कार्यों के साथ-साथ हरदा जिले की सम्पूर्ण 33 के.व्ही. लाइनों के भार को वहन करने हेतु 132 के. व्ही. सब स्टेशन हरदा में 63 एम. व्ही.ए. क्षमता का अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर स्थापित किया जा रहा है। उन्होने बताया कि जिले के किसानों को इस मूंग सीजन एवं आगामी रबी सीजन में बढ़ते हुये भार की संभावना के अनुरूप सुचारू एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली सप्लाई उपलब्ध कराने हेतु हरसंभव प्रयास एवं कार्यवाही की जा रही है। विभाग का यह प्रयास, जिले के उपभोक्ताओं के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता है।